मामला धीरज होटल पर बेखौफ बदमाशों द्वारा फायरिंग किया जाने का गाड़ी में आए पांच हमलावर , उसी गाड़ी में बैठकर हो गए थे फरार वारदात के 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के दोनों हाथ हैं खाली सापका में हुई पंचायत, रोड जाम की सूचना पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए फतह सिंह उजाला पटौदी । संडे को पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव सांपका में आसपास के एक दर्जन गांव के प्रबुद्ध लोगों और ग्रामीणों के द्वारा पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत की अध्यक्षता मेजबान गांव के निवर्तमान सरपंच भाजपा के ही पदाधिकारी हंसराज सैनी बिल्लू के द्वारा ही की गई। संडे को आहूत इस पंचायत का मुख्य उद्देश्य करीब 10 दिन पहले धीरज होटल पर हथियारों से लैस पहुंचे हमलावरों के द्वारा बेखौफ तरीके से फायरिंग किया जाना और इसके बाद बिना किसी डर के ही मौके से फरार होने वाले हमलावरों की पहचान सहित गिरफ्तारी नहीं किया जाना ही था । संडे को आहूत पंचायत में गांव ताज नगर, गांव बावड़ा, गांव जुड़ौला, गांव खवासपुर, गांव जमालपुर, गांव घोष गढ़ , गांव जोड़ी कला, गांव जनौला, गांव जोड़ी खुर्द और गांव जाटोला के अलावा अन्य गांव के ग्रामीण भी शामिल रहे । इस पंचायत में नंबरदार रोहतास , नंबरदार गजे सिंह, सरपंच प्रहलाद, नंबरदार कृष्ण , नंबरदार रामवीर, नंबरदार राम सिंह, सरपंच बुधराम और प्रेमपाल सहित अन्य वक्ताओं ने धीरज होटल पर हथियारों से लैस पहुंचे हमलावरों के द्वारा अनिल और महेंद्र पुत्र श्यामलाल पर किए गए जानलेवा हमले और इसके बाद अभी तक पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा करते हुए नाराजगी जाहिर की । विभिन्न वक्ताओं ने सीधे-सीधे आरोप लगाया पुलिस प्रशासन हमलावर हत्यारों को वारदात के 10 दिन के बाद भी गिरफ्तार करने में आनाकानी करता दिखाई दे रहा है । वक्ताओं के द्वारा बताया गया कि होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे में हमलावरों के द्वारा होटल में जाने और वापस लौट कर आने की पूरी वारदात कैद है । इतना सब सबूत होने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन हमलावर हत्यारों को गिरफ्तार करने मैं क्यों और किन कारणों से नाकाम साबित हो रहा है ? कथित रूप से वारदात के दिन ही हमलावरों के द्वारा इस्तेमाल किया गया वाहन और एक हमलावर को पुलिस के द्वारा अपने काबू में लिया जाने की चर्चा गर्म है। वही हमलावरों के द्वारा की गई फायरिंग में घटना के वक्त होटल में मौजूद अनिल को दो गोलियां पेट में लगने के कारण उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई तथा महेंद्र की हालत अभी भी कथित रूप से स्थिर बताई जा रही है । पंचायत में जब यह बात खुलकर स्पष्ट हो गई कि हमलावर बदमाशों को गिरफ्तार करने में पुलिस का ढुलमुल रवैया बना हुआ है , तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और बड़ी संख्या में ग्रामीण पटौदी-गुडगांव मुख्य सड़क मार्ग पर जाम लगा कर बैठ गए। करीब 2 घंटे तक ग्रामीण पटौदी-गुडगांव मुख्य सड़क मार्ग को जाम करके हमलावर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डटे रहे। करीब 2 घंटे बेहद व्यस्त रहने वाले गुरुग्राम-पटौदी सड़क मार्ग के जाम होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई और अनेक लोग तथा वाहन चालक आसपास के गांवों के संपर्क मार्ग से आने जाने के लिए मजबूर हो गए। इस मामले में मेजबान गांव के सरपंच भाजपा के नेता हंसराज सैनी बिल्लू का भी आरोप है कि गांव के पास में ही फिल्कमार्ट कंपनी का एक वेयरहाउस है और इस वेयरहाउस में कथित रूप से ऐसे गांवों के युवाओं को नौकरी के मामले में प्राथमिकता दी जा रही है जिन गांवों का अपराधिक रिकॉर्ड अथवा युवाओं का अपराधिक रिकॉर्ड है । सरपंच के मुताबिक वेयरहाउस में आने जाने वाले वाहन भी मुख्य सड़क मार्गों पर मनमाने तरीके से खड़े किए जाने की वजह से अनेक हादसों में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। इससे पहले पंचायत में भी कथित रूप से आरोप लगाया गया कि फ्लिपमार्ट कंपनी के वेयरहाउस में काम करने वालों की सही प्रकार से वेरिफिकेशन तक नहीं करवाई जाती है। यही कारण है कि बेहद शांति प्रिय क्षेत्र होते हुए भी अक्सर यहां पर अपराधिक घटनाएं होती आ रही है। आहूत पंचायत में यह बात भी उभर कर सामने आई कि धीरज होटल संचालकों के द्वारा फ्लिपमार्ट वेयरहाउस में कथित रूप से ट्रांसपोर्टेशन का काम किया जा रहा है, जिस दिन वारदात हुई उससे पहले ट्रांसपोर्टेशन व्हीकल से सामान उतारने अथवा चढ़ाने के लिए मैन पावर के मुद्दे को लेकर कहासुनी और विवाद भी हुआ था । इसी विवाद की वजह से ही धीरज होटल पर पहुंच कर बेखौफ तरीके से हथियारबंद हमलावरों के द्वारा धीरज होटल में अजीत और महेंद्र दोनों पर गोलियों से हमला किया गया । इधर निवर्तमान सरपंच भाजपा नेता हंसराज सैनी बिल्लू के आरोप अनुसार कंपनी के द्वारा गांव त्रिपड़ी , खंडेवला और गांव खोड के युवाओं को रोजगार अथवा काम के मामले में योजनाबद्ध तरीके से प्राथमिकता दी जा रही है । यह ऐसे गांव हैं जहां के युवकों का अपराधिक रिकॉर्ड वास्तव में चिंता का कारण भी है । ग्रामीणों के द्वारा गुरुग्राम और पटौदी मुख्य सड़क मार्ग जाम किया जाने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और मौके पर पटौदी थाना के एसएचओ शैलेंद्र सिंह पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने का और मनाने का प्रयास किया। हमलावरों और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रोड जाम करने वाले ग्रामीणों के द्वारा कथित रूप से पाटोदी थाना एसएचओ के द्वारा दिए गए आश्वासन को बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके बाद में पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार और पटौदी के एसीपी वीर सिंह मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों के साथ में पूरे मामले को लेकर बात की गई । वहीं सूत्रों के मुताबिक कथित रूप से धीरज होटल पर महेंद्र और अनिल पर की गई फायरिंग के आरोपियों में से कुछ आरोपियों को पहचान कर सीआईए के द्वारा पूछताछ की जा रही है । सूत्रों के मुताबिक मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन के द्वारा ग्रामीणों के सामने पुलिस के द्वारा अभी तक की की गई कार्रवाई को सार्वजनिक करने में असमर्थता जाहिर की गई । वही इस पूरे प्रकरण को लेकर पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार के द्वारा पंचायत के ही एक प्रतिनिधिमंडल को इस पूरे घटनाक्रम और वारदात को सुलझाने के हमलावरों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए सोमवार को अपने कार्यालय में आमंत्रित किया है । इसके बाद में जब ग्रामीण किसी हद तक संतुष्ट हुए, उसके बाद में ग्रामीणों के द्वारा किया गया रोड जाम खोल दिया गया। Post navigation मंगलवार को दमा – श्वास रोगियों के लिए औषधीय खीर का वितरण गोदाम में रहस्यमय आग, लाखों का हुआ नुकसान