ऐलनाबाद ( हांसी ) ,15 अक्तूबर । मनमोहन शर्मा 30 अक्तूबर को होने वाले ऐलनाबाद चुनाव में 19 प्रत्याशी चुनाव के बीच में होगा । इस संवावदाता ने मतदाताओं से बातचीत करनी चाही तो लोगों ने विकास कार्य न होने व बारिस के दिनों में पानी निकासी न होने से लोग परेशान रहते है । इस हल्के में चौधरी स्वः देवीलाल का प्रभाव ज्यादा रहा । उसके परिवार के सदस्य ओमप्रकाश चौटाला ,प्रताप व अभय सिंह चौटाला यहां से इनेलों से चुनाव मैदान में है । पूर्व मंत्री भागी राम कई बार इसी हल्के से चुनाव लड़ चुके है । अभय सिह चौटाला ने तीन किसान विरोधी बिलों का विरोध में विधायक से पद से त्याग पत्र दिया था । इस उपचुनाव में मुख्या मुकाबला इनेलों अभय सिंह चौटाला ,भाजपा के गोविंद काण्डा व काग्रेस के पवन बेनीवाल में है । जोगिन्द्र सिंह का कहना है कि यहां की परंपरा रही है । लोग पिछले उपचुनाव भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार के समय में भी उनके प्रत्याशी को नही जिताया , उस समय केन्द्र व राज्य में काग्रेस सरकार थी । चुनाव के वक्त उल्टे चलते है । उन्होने आगे कहां कि समझदारी तो इस बात की है उन्हे क्षेत्र के विकास की सोचनी चाहिए । जगदीश कम्बोज का कहना है की इस बार गावों में तीन किसान विरोधी बिलों के कारण भाजपा प्रत्याशी को नुकशान हो सकता है I एक डाक्टर की पर क्लीनिक बैठे युवक सुरेन्द्र कुमार केसपूरा का कहना है कि नाटो के बटन के ज्यादा वोट आएगें भाजपा से क्योकि लोगों में तीन किसान विरोधी बिलों का अच्छा प्रभाव है । कुछ युवा गोविंद ,राहुल ,पवन का कहना है कि रोजगार न होने से परेशान है न ही यहां पर कोई बड़ा उधोग है केवल मजदूरी भी कभी कभी मिलती है । सबसे ज्यादा प्रभावित कोरोना महामारी से चल रहा है । एक 70 वर्षीय महिला लक्ष्मी से जब चुनाव के बारे में पुछा कहां कि हम तो घर में रहते है । हमारे बच्चें चुनाव के बारे में बता सकते है । उन्होने कहा कि कोराना के चलते घर में ही रहते है ।चिमन लाल कबाड़ी ने खुलकर कहां कि हम तो किसानों के साथ है । जगमीत सिंह ने वार्ड 12 से बारिश के समय पानी निकासी न होने से लोग परेशान है ।उन्होने कानून व्यवस्था को लेकर चिन्ता व्यक्त की । उन्होने कहां कि अपराधी को पुलिस का भय होना चाहिए मगर वे सरेआम घूमते रहते है । इस संवावदाता ने बाजारों का दौरा किया तो विजयादशमी की चहल पहल ज्यादा दिखाई दी ,दुकानों के बाहर बालाजी ,श्याम बाबा व मां दुर्गा के झण्डे लगे हुए थे । कही पर भी राजनीति दलों के झण्डे आवासों व व्यापारी संस्थानों पर दिखाई नही दिए । एक चाय दुकान पर बैठे विनोद ने सवाल उठाया कि उपचुनाव में इस लिए हो रहे कि इनेलों विधायक अभय सिंह चौटाला ने किसान बिलों का वापिसी लेने की मांग को त्याग _ पत्र दिया मगर सरकार ने अभी इन बिलों को वापिसी नही लिया मगर वे फिर चुनाव में उतरे है । जनता इस को किस तरहे लेते है । यह तो चुनाव परिणाम बताएगा । रामकुमार ,अनिल व श्याम का कहना है कि विकास का मुद्दा प्रमुख है कि यदि केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों पर मतदान होता आने वाली पीढियों का भला होगा । केन्द्र में नरेद्र मोदी व हरियाणा में भाजपा व जजपा सरकार चल रही है । चेहरा भी बेदांग है । इस चुनाव प्रचार में त्यौहर पर्व के चलते ठण्डे था अब आएगी गर्मी । Post navigation उम्मीदवार गोबिंद कांडा और उसके समर्थकों को गुरुद्वारा से बाहर निकालना निंदनीय:-अजय चौटाला क्रिकेटर युवराज सिंह गिरफ्तार, अनुसूचित जाति पर की थी अपमानजनक टिप्पणी