दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर किसान पिछले 11 महीनों से केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार सुबह मंच के पास एक युवक का हाथ कटा शव मिलने से हड़कंप मच गया है. इस हत्या का आरोप निहंगों पर लग रहा है. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने इस बाबत आपात बैठक बुलाई है सोनीपत – केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर पिछले 11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन के मंच के पास युवक का शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, युवक को जिस बेदर्दी से मारा गया है, उसने सबके रोंगेट खड़े कर दिए हैं. जबकि अखिल भारतीय किसान सभा ने दावा किया है कि इस हत्या के पीछे निहंगे सिख हैं. इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा ने इस मामले को लेकर आपात बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में कॉर्डिनेशन कमेटी के सात सदस्य शामिल होंगे. अखिल भारतीय किसान सभा महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि पिछले काफी महीने से किसान आंदोलन को बदनाम करने का एक संयोजित प्रयास चल रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा से इसका कोई संबंध नहीं है. मोर्चा के बाहर एक ग्रुप वहां बैठा हुआ है, उन्होंने किया है. सरकार और पुलिस को जांच करनी चाहिए. जानें पूरा मामला दिल्ली-पानीपत के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के मंच के पास आज यानी शुक्रवार सुबह एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर शव को बैरिकेड पर लटका दिया. इस दौरान मृतक युवक के एक हाथ की कलाई को तेजधार हथियार से काटकर बिल्कुल अलग कर दिया गया था. वहीं, उसके शरीर पर गहरी चोट के काफी निशान निशान हैं. इस घटना की सूचना मिलने के बाद सोनीपत की कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और काफी कड़ी मशक्कत के बाद शव को कब्जे में लिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया गया है. जबकि मृतक की पहचान लखबीर सिंह (35 साल) के रूप में हुई है. वह पंजाब के तरनतारण के चीमा खुर्द गांव का रहने वाला है. उसे पंजाब के रहने वाले दर्शन सिंह और उनकी पत्नी ने तब गोद लिया था, जब वह छह महीने का था. वह मजदूरी का काम करता था. वह कैसे और कब सिंघु बॉर्डर पहुंचा यह अभी पता नहीं चल सका है. निहंगों पर लगा आरोप सूत्रों के मुताबिक, निहंगे सरदारों ने एक शख्स की बेरहमी से हत्या कर उसके शव को मुख्य मंच के सामने बैरिकेडिंग पर लटका दिया. इस दौरान न सिर्फ उसके एक हाथ की कलाई को तेजधार हथियार से बिल्कुल अलग कर दिया गया था बल्कि एक पैर पर गहरी चोट के निशान हैं. वहीं, निशानों को देख कर लग रहा है कि युवक को पहले बुरी तरह पीटा गया और बाद में तेज धार हथियार से उसकी हत्या कर दी गई. वहीं, इस पूरी वारदात को लेकर कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं, जिसमें निहंगे सरदार पहले तो शख्स की वीडियो बनाते हुए नजर आ रहे हैं और उस पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का आरोप लगाया जा रहा है. इसके अलावा एक सरदार यह कह रहा है कि हमने ही इसको पीटा है. वायरल वीडियो में वो कह रहे हैं ‘जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल, सिंघु बॉर्डर पर इस पापी ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की है. फौज ने इसका हाथ काट दिया. वारदात की सूचना मिलने के बाद पुलिस भारी दल बल के साथ मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई. भाजपा का राकेश टिकैत पर हमला वहीं, भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सिंघु बॉर्डर पर हुई युवक की हत्या को लेकर राकेश टिकैत पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा, ‘राकेश टिकैत ने योगेंद्र यादव के साथ लखीमपुर में हुई मॉब लिंचिंग को जायज ठहराया था. कुंडली बॉर्डर पर हुई हत्या पर वह चुप हैं. किसानों के नाम पर आंदोलन में हो रही अराजकता का पर्दाफाश होना चाहिए.’ Post navigation शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास हरियाणा द्वारा एक दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक कार्यशाला का सफल आयोजन। आज सुबह सिंघु बॉर्डर पर हुई हत्या के संबंध में संयुक्त किसान मोर्चा का बयान