पाटोदी पालिका कार्यालय मे फेंका गया महापुरुषों के चित्रों युक्त फ्लेक्स
क्या यही दिया जा रहा है आजादी का अमृत महोत्सव का संदेश

फतह सिंह उजाला

पटौदी । आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश और प्रदेश में विभिन्न योजनाओं को लेकर उनके प्रसार प्रचार के दृष्टिगत अकूत धन राशि खर्च करके मनाया जा रहा है । आजादी के अमृत महोत्सव जैसे फ्लेक्स अथवा होर्डिंग जिन पर सरदार पटेल, सुभाष चंद्र बोस , डॉक्टर भीमराव अंबेडकर , बाल गंगाधर तिलक, जैसे महान पुरुषों के चित्र भी अंकित हैं। इस प्रकार के फ्लेक्स और होर्डिंग अब पटोदी नगरपालिका कार्यालय में पालिका प्रशासन के द्वारा कितनी इज्जत और मान सम्मान के साथ में रखे गए हैं ? इनको देखकर यही लगता है कि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए नेताओं के फ्लेक्स और होर्डिंग की संबंधित कार्यक्रम में इस्तेमाल किया जाने के बाद दो कौड़ी की भी अहमियत नहीं रह जाती है।

पटोदी नगर कालिया कार्यालय परिसर में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पटौदी के एमएलए एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी, एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के साथ साथ बाल गंगाधर तिलक , सरोजिनी नायडू , सरदार पटेल , महात्मा गांधी , सुभाष चंद्र बोस , डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र युक्त फ्लेक्स और होर्डिंग को बेहद लापरवाही के साथ में पटक कर भुला दिया गया है । इस प्रकार के फ्लेक्स और होर्डिंग को तैयार करवाने में आम जनता के द्वारा भुगतान किए जाने वाले टैक्स रूपी खून पसीने की कमाई को ही स्थानीय प्रशासन के द्वारा खर्च करके भुगतान किया जाता है । लेकिन हैरानी इस बात को लेकर है कि कार्यक्रम अथवा आयोजन समाप्त होने के बाद देश की आजादी के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले संविधान को रचने वाले जैसे तमाम नेताओं कि आखिर इतनी बेकद्री और अनदेखी क्यों की जाती है ? पालिका कार्यालय पटौदी परिसर में लापरवाही के साथ में पटके गए इस प्रकार के फ्लेक्स और होर्डिंग को यहां आने वाले विभिन्न कार्यों को करवाने के लिए लोगों के द्वारा भी देखा जाता है । देखने के बाद में एक जिज्ञासा से अधिक सवाल यही उठता है कि हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पटौदी के एमएलए और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता का क्या केवल मात्र इतना ही सम्मान पटौदी पालिका प्रशासन की नजर में बाकी रह गया है ?

इतना ही नहीं पटौदी थाना का बोर्ड भी यहां पालिका प्रशासन के द्वारा कथित अवैध अतिक्रमण और कब्जे के तौर पर उखाड़ कर कबाड़ के ढेर में फेंका हुआ देखा जा सकता है। इसी ढेर में ही सांसद एवं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ साथ पटौदी से चुनाव लड़ने वाले और दक्षिणी हरियाणा से हरियाणा के पहले सीएम बनने वाले राव बिरेंदर सिंह , हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी , भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अन्य नेताओं के उतारे गए फ्लेक्स भी कबाड़ के ढेर में शोभा बढ़ाते हुए देखे जा सकते है। एक नजरिए से देखा जाए तो पालिका प्रशासन के द्वारा अवैध रूप से लगाए जाने वाले फ्लेक्स होर्डिंग को नियमा अनुसार और पालीका नियमावली के तहत हटाकर जप्त करना पालिका प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में शामिल है ।

इससे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि जो भी समर्थक और कार्यकर्ता इस प्रकार के अपने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के साथ ही पार्टी के पदाधिकारियों और हरियाणा तथा केंद्र में मंत्री के जब फ्लेक्स अथवा होल्डिंग बनवाते हैं तो कार्यक्रम के आयोजन के समाप्ति के उपरांत इस प्रकार के तमाम होर्डिंग  और फ्लेक्स को भी पूरी तरह से आम जनमानस की नजर में एक मजाक बनने के लिए छोड़ दिया जाता है । बरहाल मुद्दा और सवाल यह है कि जब महान पुरुषों के साथ साथ हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि के चित्र युक्त फ्लेक्स अथवा होर्डिंग पालिका प्रशासन के द्वारा ही पालिका कार्यालय परिसर में लापरवाही से बिना किसी सम्मान के लाकर पटक दिए जाएंगे,तो लोगों के द्वारा सवाल उठाए जाना भी स्वाभाविक है । पटौदी पालिका कार्यालय के ही विभिन्न कक्ष और कमरों में इतना स्थान उपलब्ध है कि इस प्रकार के फ्लेक्स अथवा होर्डिंग को सम्मान के साथ में इन कक्षा छह कमरों में संभाल कर रखा भी जा सकता है । लेकिन इस बात की तरफ ने तो कोई ध्यान दिया जाता है और ना ही कोई जरूरत समझी जा रही है । फ्लेक्स अथवा होर्डिंग फट जाएंगे या छतिग्रस्त होंगे तो फिर इसी प्रकार से प्रचार प्रसार के वास्ते नए फ्लेक्स और होर्डिंग बनवाने के लिए आम जनता के द्वारा भुगतान किए जाने वाले टैक्स और खून पसीने की कमाई को फिर से खर्चा करके नए फ्लेक्स अथवा होल्डिंग बनवाने का काम किया जाएगा।