भिवानी। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष एक तानाशाह के रूप में काम कर रहे हैं। वे पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर केवल अपने परिवार और चहेते लोगों को ही तवज्जो दे रहे हैं। यह आरोप निवर्तमान जिला सचिव सुनील चौहान ने पत्रकारवार्ता के दौरान लगाए। उन्होंने कहा कि अब वे इस मामले को मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला अध्यक्ष की बेटी पर काफी गंभीर आरोप होने के बावजूद उन्हें पार्टी में पदाधिकारी बनाया जा रहा है। जिन लोगों को अदालत ने सजा सुना दी है, उन्हें पार्षद मनोनीत किया जा रहा है। यह भाजपा की विचारधारा नहीं है। इसलिए जिला अध्यक्ष को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

पंडित दीनदयाल की विचारधारा का जिक्र करते हुए सुनील चौहान ने कहा कि उन्होंने कहा था कि अगर कोई भी नेता पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा हो तो कार्यकर्ता का फर्ज बनता है कि उसका विरोध करें। आज हम उन्हीं की बातों का अनुशरण कर रहे हैं। चौहान ने कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष की गलत नीतियों के चलते और अनदेखी होने पर पुराने कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ धरना दिया था। उसके ‌बाद प्रदेशाध्यक्ष के पुतले भी फूंके थे। इस पर उन्होंने असांविधानिक तरीके से जिले के तीन कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया। सुनील चौहान ने कहा कि उन्हें कारण बताओ नोटिस नहीं दिया गया और न ही अब तक निलंबन संबंधी कोई पत्र मिला है। सिर्फ सोशल मीडिया के माध्यम से इस बारे में जानकारी मिली है। अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। और अगर ऐसा किया है तो भी यह पार्टी के संविधान के अनुरूप नहीं है। इस अवसर पर उनके साथ निवर्तमान विस्तारक पवन घनघस, निवर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य किसान मोर्चा अशोक तिगड़ी, निवर्तमान मंडल अध्यक्ष सतीश चांग, निवर्तमान मंडल महामंत्री राजेश सुखपुरा, निवर्तमान मंडल अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा सुभाष वर्मा आदि मौजूद रहे।

शिविर में केवल चार भाजपाइयों ने किया था रक्तदान
सुनील चौहान ने कहा कि जिला अध्यक्ष की छवि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर आयोजित शिविर में केवल चार भाजपा कार्यकर्ताओं ने रक्तदान किया था। उन्होंने कहा कि भाजयुमो की ओर से जिला महामंत्री प्रियंक दत्त शर्मा की अध्यक्षता में लगाए गए शिविर में केवल 13 लोग रक्तदान करने पहुंचे थे। इनमें से नौ लोग भी एक संस्था की ओर से भेजे गए थे। भाजपा की ओर से केवल चार लोग ही रक्तदान करने पहुंचे थे।