पंचकूला 27 सितंबर- हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री चन्द्र मोहन ने कहा कि विभिन्न किसान संगठनों द्वारा आज केन्द्र सरकार की हठधर्मिता के चलते तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग के चलते आज का भारत व्यापी बंद पूरी तरह से सफल रहा है इसके लिए देश के सभी लोग बधाई के पात्र हैं , जिन्होंने अनेक प्रकार की कठिनाईयों का सामना करते हुए भी वह किसानों के साथ खड़े रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि देश का किसान विवश और लाचार हो कर पिछले 10 महीने से बोर्डर पर गर्मी और सर्दी की विभीषिका को झेलते हुए भी डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक बात तो निश्चित रूप से सत्य, गोली और बन्दूक के बल पर किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक भारत देश की प्रतिष्ठा नहीं बढ़ेगी।

चन्द्र मोहन ने कहा कि एक और देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मना रही है वहीं दूसरी ओर किसानों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है और किसानों के खिलाफ देशद्रोह के मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि किसानों का शोषण केवल मात्र कोरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने ‌के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की अकर्मण्यता और असंवेदनहीनता तथा गलत नीतियों का ही परिणाम है कि आजाद भारत में 600 से अधिक किसान अपने प्राणों को आहूति दे चुके हैं। देश में कृषि कानूनों के पास होने को एक वर्ष का समय हो चुका है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए बार-बार उन्हें बातचीत करने का झांसा दे रही है। कल फिर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केन्द्र सरकार की तरफ से किसान संगठनों को बातचीत का प्रस्ताव दिया है ‌और उन्होंने कहा कि सरकार उनकी बताई गई आपत्तियों पर विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि किसानों को एक बार तो मूर्ख बनाया जा सकता है बार- बार मूर्ख नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव ही किसानों के साथ खड़ी है और जब तक तीनों कृषि काले कानूनों को वापिस नहीं लिया जाता है तब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। कांग्रेस पार्टी हमेशा ही किसानों के साथ खड़ी है।

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