किसान व आढ़तियों का चोली दामन का साथ है – बजरंग गर्ग
तीन कृषि कानून के तहत देश में प्राइवेट मंडियां बनने से किसान व आढ़तियों को बड़ा भारी नुकसान होगा – बजरंग गर्ग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी जिद छोड़कर किसानों से बातचीत करके तीन कृषि कानून की समस्या का समाधान करना चाहिए – बजरंग गर्ग

चंडीगढ़ – हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड़ के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने किसान व आढ़तियों से बातचीत करने के उपरांत कहा कि किसान संगठनों द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के समर्थन में हरियाणा की अनाज मंडियां शाम 4ः00 बजे तक हड़ताल पर रहेगी। व्यापार मंडल किसान के हर आंदोलन के साथ है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि किसान व व्यापारियों का चोली दामन का साथ है और आढ़तियों का किसानों के साथ परिवारिक संबंध है और किसान व आढ़तियों का सदियों से लेन-देन है मगर सरकार राजनीतिक हित साधने के लिए किसान व आढ़तियों का भाईचारा खराब करने में लगी हुई है।

नरमा व सरसों आदि फसलें आढ़तियों के माध्यम से खरीदने की बजाए सीधे सरकारी एजेंसियों के खरीदने से आढ़तियों का व्यापार ठप्प करने में लगी हुई है, ऊपर से केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून के तहत देश व प्रदेश में बड़ी-बड़ी कंपनियों को प्राइवेट मंडियां बनाने का अधिकार होगा। प्राइवेट मंडी अगर प्रदेशों में बनेगी तो सरकारी अनाज मंडी बंद हो जाएगी। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि इसी प्रकार तीन कृषि कानून अगर देश में लागू होंगे तो अनाज पर स्टॉक सीमा समाप्त हो जाएगी अगर अनाज पर स्टॉक सीमा समाप्त होगी तो बड़ी बड़ी कंपनी सब्जी व फलों की तरह अनाज की जमाखोरी करके भारी भरकम मुनाफा कमाएंगे। बड़ी-बड़ी कंपनियां सब्जी-फल की तरह किसानों की फसल औने-पौने दामों में खरीद करेंगे। इससे किसान व आढ़ती दोनों बर्बाद होंगे, जिसका सीधा लाभ अंबानी व अड़ानी जैसे बड़े-बड़े घरानों को होगा।

प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह अपनी जिद छोड़कर किसान, आढ़ती व देशहित में तीन कृषि कानून की समस्या का किसन संगठनों से बातचीत करके तुरन्त हल करना चाहिए ताकि देश की अर्थव्यवस्था जो दिन प्रतिदिन खराब हो रही है उसमें सुधार लाया जा सके।

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