शहीद राव तुलाराम व अन्य शहीदों को दी श्रंद्धाजंलि.
नसीबपुर युद्ध में हजारों सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
1857 की क्रांति के नायक एवं अहिरवाल के राजा राव तुलाराम के वीरगति दिवस के मौके पर फर्रुखनगर के ऐतिहासिक धरोहर शीश महल स्थित 1857 की क्रांति में वीरगति को प्राप्त हुए जाने अनजाने मां भारती के वीर सपूतों की यादव में बनाये गए शहीद स्मारक पर बीजेपी नेता एंव मार्किट कमेटी के पूर्व चेयरमैन राव मानसिंह के नेतृत्व में क्षेत्र के गणमान्य लोगों ने शहीद स्मारक व राव तुलाराम के चित्र पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। भारत माता की जय,  राव तुलाराम अमर रहे के गनगन भेदी नारे लगाए गए।

इस मौके पर राव मानसिंह, जिला परिषद के पूर्व उध्यक्ष संजीव यादव, बीजेपी मंडल अध्यक्ष दौलत राम गुर्जर , शिवचरण सिमार, कांग्रेस नेता सुनील यादव मौहम्मदपुर आदि वकताओं ने बताया देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए 1857 में पहली बार राजा राव तुलाराम के नेतृत्व में फर्रूखनगर के नवाब अहमद अली, झज्जर के नवाब हरबुदीन रहमान, बलम्भगढ के राजा नाहर सिंह, नवाब फिरोजपुर झिरका आदि ने एकजुट होकर अंग्रेजी हकूमत की चूलें हिला दी थी। राव तुला राम का बढ़ता कद अंग्रेजों के चिंता का विषय बन गया था। 5 अक्टूबर 1857 में राव तुलाराम की सेना का सामना पटौदी में अंग्रेजों से हो गया और एक माह पर युद्ध चला। अंग्रेजी फौज का आगे नहीं बढने दिया। 16 नवम्बर 1857 को नसीबपुर में भी भंयकर युद्ध हुआ। इस युद्ध में अहिरवाल के हजारों सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए और अंग्रेजी सेना को मात खानी पडी। मां भारती के वीर सपूतों की सहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने युवाओं को देश भक्तों से प्ररेणा लेकर देश की रक्षा और उन्नति के लिए आगे आने का आवाहन किया।  इस अवसर पर पालिका पार्षद नरेश राव, अधिवक्ता जगदीप यादव आदि मौजूद थे।

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