-अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग स्तर पर मॉनीटरिंग करते हुए किया जाएगा काम – सिविल सर्जन। गुरुग्राम, 21 सिंतबर। गुरुग्राम जिला में 26 से 28 सितंबर तक पल्स पोलियो अभियान चलाया जाएगा। सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव ने कहा कि संबंधित विभाग पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए अपने स्तर पर माइक्रो प्लानिंग करें ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को कवर किया जा सके। उन्होंने 5 साल तक के बच्चों के अभिभावकों से अपील की है कि वे 26 सितंबर को अपने बच्चों को पल्स पोलियों बूथों पर ले जाकर पोलियो रोधी दवा अवश्य पिलवाएं। पल्स पोलियो अभियान को जिला में सुचारू ढंग से चलाने के उद्देश्य से आज सिविल सर्जन ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अभियान के पहले दिन 26 सितंबर को पोलियो बूथ पर तथा 27 सिंतबर को घर-घर जाकर बचे हुए बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। इसी प्रकार, 28 सिंतबर को लेफट आउट बच्चों को पोलियोरोधी दवा पिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग-अलग स्तर पर मॉनीटरिंग करते हुए काम किया जाएगा। बैठक में उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाना हमारी सांझी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग योजनाबद्ध तरीके से काम करते हुए अभियान को सफल बनाने के लिए सहयोग दें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरूग्राम में माइग्रेटरी आबादी अधिक है, ऐसे में हमारा प्रयास है कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक बच्चों को कवर करते हुए उन्हें पोलियोरोधी दवा पिलाई जाए। इस अभियान के दौरान यदि किसी को समस्या आती है तो उन्हें बताएं ताकि उसका समय रहते समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी कर्मचारी कोविड प्रोटोकॉल की पालना का विशेष तौर पर ध्यान रखें । बूथों पर फेस मास्क सहित प्रवेश व निकासी की अलग व्यवस्था की जाएगी ताकि संक्रमण फैलने का खतरा कम हो। एक समय पर बूथ में केवल 5 व्यक्तियों को प्रवेश की अनुमति होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वे एक दूसरे का सहयोग करते हुए इस अभियान को सफल बनाएं। विश्व स्वास्थ्य संगठन से एसएमओ डा. बिंदु ने बैठक में पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से पल्स पोलियो अभियान के तहत जिला में आयोजित होने वाली गतिविधियों की रूपरेखा रखी। उन्होंने बताया कि जिला में चलाए जाने वाले पोलियो उन्मूलन अभियान के लिए कुल 1266 बूथ बनाए गए है। इसके अलावा, पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए क्षेत्रवार टीमों का गठन किया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए लगभग 5184 वैक्सीनेटरों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए जिला में 112 मोबाइल टीमें, 441 हाईरिस्क एरिया की पहचान , 29 ट्रांजिट टीमें, 240 सुुपरवाईजरों की ड्यूटी लगाई गई है। बैठक में सिविल सर्जन विरेन्द्र यादव के साथ उप सिविल सर्जन डा. जयप्रकाश तथा जिला इम्यूनाइजेशन अधिकारी डा. एम पी सिंह सहित कई अन्य विभागों के अधिकारीगण व डॉक्टर्स उपस्थित थे। Post navigation समाज के प्रत्येक वर्ग के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बनाई रणनीति जिला में आज 86 टीकाकरण केन्द्रों पर 28 हजार 364 लोगों को लगाई गई कोरोना रोधी वैक्सीन