गुरुग्राम में में एक युवती को ऑलनाइन शैंपेन मंगाना बहुत महंगा पड़ा है. शैंपेन की होम डिलीवरी के नाम पर शातिर ठग ने उसे 61 हजार रुपये से ज्‍यादा का चूना गया दिया. हालांकि साइबर थाना पुलिस इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच में जुट गयी है

गुरुग्राम. हरियाणा के गुरुग्राम में ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दरअसल एक युवती ने सेलिब्रेशन के लिए शैंपेन मंगाने का प्‍लान बनाया था. इसके लिए उसने शैंपेन की होम डिलीवरी के लिए गूगल से नंबर तलाश करने के बाद फोन किया, जो कि ठग को जाकर मिल गया. इसके बाद ठग ने युवती को शैंपेन की होम डिलीवरी का भरोसा देकर 4200 रुपये एडवांस जमा करा लिए. ठगी का सिलसिला यहीं नहीं थमा बल्कि शातिर ठग ट्रांजैक्शन न होने की बात कहकर कई बार में 61 हजार रुपये ट्रांसफर कराने में सफल रहा है. हालांकि उसने युवती को भरोसा दिया था कि उसके शैंपेन के अलावा जो अतिरिक्‍त पैसे आए हैं, वो लौटा दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं किया.

पुलिस के मुताबिक, गुरुग्राम के सेक्टर-48 स्थित सोसायटी में रहने वाली युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने मंगलवार को गूगल पर शैंपेन की होम डिलिवरी के लिए नंबर सर्च किया था. इस दौरान उसे एक नंबर मिला. उसने जब शैंपेन मंगवाने की बात कही, तो उसने 4200 रुपये एडवांस जमा कराने की बात कही थी और उसने ऐसा ही किया. इसके बाद ठग ने युवती से 19051 रुपये ट्रांसफर करा लिए. हैरानी की बात है कि युवती के सिटी बैंक खाते से यह राशि कटी, लेकिन ठग ने ट्रांजैक्शन न होने की बात कही. इसके बाद ठग ने कहा कि अगर पेमेंट उसके पास दो बार आ गई तो वह वापस कर देगा. इसके बाद युवती ने फिर से 19051 रुपये ट्रांसफर कर दिए. इसी तरह पेमेंट न मिलने बात बोलकर ठग ने युवती को कुल 61 हजार 353 रुपये का चूना लगा दिया.

फिर युवती को हुआ ठगी का शक

61 हजार रुपये से ज्‍यादा की रकम ठगे जाने के बाद भी युवती को शक नहीं हुआ, लेकिन जब युवती ने उससे पेमेंट रिफंड मांगी तो वह क्रेडिट कार्ड की डिटेल मांगने लगा. इसके बाद युवती को ठगे जाने का शक हुआ. यही नहीं, इसके बाद ठग ने अपना नंबर बंद कर दिया. इस मामले में साइबर क्राइम थाना में ठगी व आईटी एक्ट के तहत अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

बहरहाल, साइबर क्राइम थाना के सूत्रों के मुताबिक, गुरुग्राम में शराब की होम डिलीवरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी के मामलों की संख्या लॉकडाउन के दौरान बढ़ी थी. वहीं, बीते एक साल के दौरान करीब 20 मामले इस तरह के सामने आ चुके हैं. साइबर क्राइम पुलिस के मुताबिक, ठगों ने अपने नंबर गूगल समेत अन्य सर्च इंजन पर डाले हुए हैं और वह पेटीएम व अन्य ई-वॉलेट के जरिये रुपये ट्रांसफर करवाने के बाद अपना मोबाइल बंद कर लेते हैं.

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