डॉ अजय चौटाला ने बाढड़ा हल्के 86 जरूरतमंदों को विधायक नैना चौटाला ने निजी कोष से बांटे 10 लाख रुपए चरखी दादरी जयवीर फोगाट 02 सितम्बर – नैना चौटाला को बतौर विधायक सरकार से मिलने वाली पाई पाई पर बाढड़ा हल्के की जनता का अधिकार है। दादरी जिले के लोंगो ने कठिन से कठिन समय में भी आगे बढ़कर हमारा साथ दिया है। इसलिए यहां के लोंगो का हर दुःख, तकलीफ दूर करना हमारा कर्तव्य बनता है। यह बात पूर्व सांसद एवं जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला ने कही। अजय सिंह चौटाला ने वीरवार को विधायक नैना चौटाला के निजी कोष से बाढड़ा हल्के के 86 जरूरतमंद लोंगो को 10 लाख रुपए की धनराशि के चैक वितरित किए। उपस्थित लोंगो को संबोधित करते हुए जजपा अध्यक्ष अजय चौटाला ने कहा कि दादरी जिला मेरी कर्मभूमि है। इस क्षेत्र के विकास को लेकर अनेक योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जजपा-भाजपा सरकार बनने बाद कोरोना संकट होने के बावजूद बाढड़ा हल्के के विकास के लिए सैकड़ो करोड़ रूपए की ग्रांट जारी हुई है। हल्के में विकास कार्य जोरों पर है। अजय चौटाला ने कहा कि आने वाले समय में बाढड़ा हल्का निश्चित तौर पर विकास के नए आयाम छुएगा। जजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला ने पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सक्रिय सदस्यता अभियान के लिए भी कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिए। अजय चौटाला ने कहा कि सक्रिय सदस्यता अभियान से पार्टी संगठन को नई मजबूती मिलेंगी। उन्होंने पूरे प्रदेश में सबसे पहले सदस्यता अभियान पुरा करने पर जिलाध्यक्ष नरेश द्वारका व बाढड़ा हल्काध्यक्ष राजेश सांगवान झोझू को बधाई दी और इसी तरह पार्टी की मजबूती के लिए काम करते रहने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर दादरी हलकाध्यक्ष राजेश फौगाट, संजीव मंदौला, ओमधारा श्योराण, भुप मांढी, रामफल कादमा, सतेन्द्र दातौली, अशोक सांगवान झोझू, विजय गोपी, मा. रामकुमार कादमा, राजेन्द्र हुई, कृष्ण काकडौली, ऋषिपाल उमरवास, मनफुल शर्मा रावलधी, जयभगवान उमरवास, रामपाल बेरला, बलवान जीतपुरा, कैलाश पालड़ी, ओमप्रकाश चांगरोड, रामफल मकड़ाना, भुपेंद्र बौंद, सुरेश ईमलोटा, राकेश कलकल, रविंद्र सांगवान चरखी, संजीव चरखी, ईश्वर फतेहगढ, अशोक सिहाग, रमेश लांबा, रमन दुधवा, डाॅ सुरेन्द्र डाला, धर्मराज ढ़ाणी, कमलेश सोनी, इत्यादी उपस्थित थे। Post navigation जिला अध्यक्ष को तुरंत प्रभाव से पद से बर्खास्त किया जाए ताकि पार्टी की छवि धूमिल होने से बच सके : आरटीआई में हुआ खुलासा: लाखों बच्चों की फीस के बजट से शिक्षा बोर्ड अधिकारी ठाठ से फूंक रहे रिहायशी कोठियों के अंदर बिजली