यतीश शर्मा

चण्डीगढ़— पूरी दुनिया कि निगाहें इस वक्त अफगानिस्तान में हो रही आतंकी घटनाओं पर है । किस प्रकार से हथियारों के दम पर तालिबान अफगानिस्तान में सत्ता चलाने का दम भर वहां की आवाम को प्रताड़ित कर रही है । और दुनिया का सबसे ताकतवर समझने वाला अमरीका तालिबान के सामने घुटने टेक गिड़गड़ा रहा है । क्या वह भूल गया कि पिछले 20 वर्षों से अफगानिस्तान की आवाम अमेरिका की सर्परस्ती में जीवन जी रही थी । ओर वहां पर अफगानिस्तान की आवाम को सुरक्षित रखने के लिये कितने अमरीका के सैनिकों ने अपनी शहादत दी थी । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स के अंतरराष्ट्रीय निदेशक यतीश शर्मा ने अफगानिस्तान की अवाम के अधिकारों पर हो रहे जुल्म पर दुख व्यक्त करते हुए एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।

उन्होंने कहा कि सबसे पहले अमरीका दुनिया को यह बताये की तालिबान एक राजनैतिक दल है या आतंकी संगठन ? आखिर पिछले 20 वर्षों से आतंक के खिलाफ जंग लड़ने वाला अमरीका तालिबान के सामने घुटने टेकने पर क्यों मजबूर हुआ । अफगानिस्तान वही देश है जहाँ पर तालिबान ने देश विदेश से आये लोगो , वहां रहने वाली आवाम पर कत्लेआम का नँगा नाच किया था । क्या उनकी शहादत ऐसे ही जाया जाएगी ?

यतीश शर्मा ने कहा कि आखिर ऐसा क्या कारण हुआ जो अमरीका को अफगानिस्तान की आवाम को बेसहारा कर मानवता के दुश्मन तालिबान के सहारे छोड़ भागना पड़ा । क्या अमरीका का गुप्तचर विभाग इतना कमजोर था जो तालिबान के इरादों को नही भांप सका । क्या अमेरिका दुनिया को इस बात का जवाब दे सकता है ?

यतीश शर्मा ने कहा कि अफगानिस्तान में चल रही आतंकी घटनाओं के कारण , बच्चे , बूढे व महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों का इंसाफ कोन करेगा ? पिछले दिनों काबुल हवाई अड्डे के बाहर हुवे आत्मघाती हमलों का जिम्मेदार कौन ? आतंकवाद दुनिया मे एक ऐसा वायरस है जिसका असर खत्म करने के लिये “” दुनिया एक आवाज ” ताकत बन आतंकी संगठनों का नाश किया जा सकता हैं । जो देश इन आतंकी संगठनों का समर्थन करता है उसे आतंकी देश घोषित किया जाना अति आवश्यक है ।

उन्होंने कहा कि दुनिया किसी भी ऐसे संगठन का साथ ना दे जो आतंक फैला रहे मानवता के दुश्मन बन देश की जड़ों को काट रहा हो ।
भारत देश हमेशा एकता का प्रतीक रहा है । इस लिये हम सब को मिल आतंक के खिलाफ सँघर्ष करना होगा । भारत देश का भविष्य नोजवान वर्ग और सच्चा देश भगत किसी भी ऐसे लोगो के सम्पर्क में मत आये । जो हमारे देश मे देशद्रोही बन इसे खोखला करने में लगे हों ।

यतीश शर्मा ने कहा कि सिर्फ अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स ही एक ऐसा संग़ठन है जिसने आवाम के लिये चेरिटेबल हॉस्पिटल , चेरिटेबल स्कूल , महिलाओं के लिये सिलाई सेंटर , नोजवान वर्ग के लिए कम्यूटर सेंटर का निर्णय लिया है । और जिसकी शुरुवात जम्मू कश्मीर से करने जा रहा है । और यह कार्य कन्याकुमारी तक बेखोफ हो करेगा । सिर्फ जरूरत है आपके साथ कि ताकि देश विदेश की आवाम आपसी प्रेम से इस सँघर्ष को हम मिलकर मंजिल तक पहुंचा सके ।

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