चण्डीगढ, 26अगस्त:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा, डिपो प्रधान चन्द्रभान सोलंकी, वरिष्ठ उप-प्रधान धन सिंह गुहणा, सचिव रामकुमार शिशवाल,कैशियर विनोद तिहाङा, आडिटर सत्यवान कुंवारी, उप-प्रधान बाबुराम शिशवाल, मुख्य सलाहकार मुकेश कुमार, मुख्य संगठन सचिव अनील कुमार व कार्यालय सचिव जगदेव सिंह यादव ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए सरकार व परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से चण्डीगढ डिपो में हुए फर्जीवाङे की जांच करवाने की मांग की है। डिपो में हुए फर्जीवाङे व घोटालों की लिखित शिकायत युनियन द्वारा परिवहन निदेशक व अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन को 23 अगस्त को सौंप दी गई है। अगर परिवहन के उच्च अधिकारियों ने दी गई लिखित शिकायत की जांच करवा के डिपो के कार्यवाहक महाप्रबंधक के खिलाफ नियम 4बी के तहत कार्यवाही नहीं की तो युनियन द्वारा यह शिकायत परिवहन मन्त्री, गृह मंत्री, माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार, माननीय गृह मंत्री, प्रधानमंत्री भारत सरकार व महामहिम राष्ट्रपति जी को की जायेगी। उन्होंने बताया कि चण्डीगढ डिपो में पिछले लम्बे समय से एक गिरोह सक्रिय है जो आपसी तालमेल से फर्जीवाङे को अंजाम देकर डिपो को चूना लगाने का काम करता है। इसी गिरोह ने आपसी तालमेल से 31मार्च 2021को 1,45,739रूपये का फर्जी बिल पास करवा के श्री त्रिलोचन सिंह चालक संख्या 105 के खाते में डलवाने का काम किया था तथा किसी तरह मामला उजागर होने पर आनन-फानन में त्रिलोचन सिंह चालक ने यह राशि सरकारी खजाने में जमा करवाकर अपना बचाव कर लिया। इतना बड़ा घोटाला होने तथा युनियन की बार-बार मांग के बाद भी कार्यवाहक महाप्रबंधक ने आज तक किसी भी दोषी कर्मचारी के खिलाफ नियम 4बी के तहत कार्यवाही नहीं की गई तथा न ही एक भी कर्मचारी को निलंबित किया गया। जबकि एक चालक-परिचालक को 50-100 रूपये की झूठी व सच्ची रिपोर्ट पर महाप्रबंधकों द्वारा उसे निलम्बित करते हुए नियम 4बी के तहत कार्यवाही करके उसकी अस्थाई व स्थाई वार्षिक वेतन वृद्धि बन्द करने का काम किया जाता है। जिनको खुलवाने के लिए चालक व परिचालकों को मुख्यालय में दर-दर की ठोकरें खानी पङती हैं। हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ की डिपो कमेटी परिवहन के उच्च अधिकारियों से यह भी मांग करती प्रदेश के तमाम डिपुओं में आकलन करवा के देखा जाये कि कौनसी श्रेणी के कर्मचारियों की आर्थिक अदायगी सबसे ज्यादा बकाया पङी हुई हैं और कौनसी श्रेणी के कर्मचारी सबसे ज्यादा चार्जशीट हैं तथा किन कर्मचारी व अधिकारियों की बदौलत है। अगर इसका सही आकलन करवाया जाये तो 90% चालक व परिचालक इससे शोषित मिलेंगे। क्योंकि इन कर्मचारियों की सुनवाई न तो कोई कार्यालय का बाबू करता तथा न ही कोई अधिकारी। जबकि परिवहन विभाग के असली कर्णधार चालक व परिचालक ही हैं जो धूप-छाँव, आंधी-तुफान तथा धूंध व बरसात में लगातार कार्य करके विभाग को चलाने का काम करते हैं। दोदवा ने बताया कि 28मई 2021(शुक्रवार) को भी सायं करीब 15-30 पर शिव कुमार D.E.O ने भी हरियाणा रोङवेज पंचकूला कार्यालय के पत्र क्रमांक 4828-31/ECD, दिनांक 29-112019 के तहत Pay Bill Tresury N.03002031-2021-22-05-55-02, 1,15,924रूपये का फर्जी बिल वेतन शाखा में कार्यरत श्री सुरज राठी लिपिक से महाप्रबंधक का हवाला देकर बनवाने प्रयास किया था। लिपिक सुरज राठी ने शक के आधार पर इसकी तहकीकात महाप्रबंधक से की तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। श्री सुरज राठी लिपिक ने इसे अपने खिलाफ एक साजिश मानते हुए एक पत्र के माध्यम से इसकी जांच करवाने की मांग की थी तथा जांच न होने तक डयूटी पर न आने का ऐलान किया था। लेकिन इस मामले में आज तक कोई जांच-पङताल नहीं की गई तथा न ही सूरज राठी से पूछताछ की गई। इसलिए डिपो कमेटी परिवहन के आला अधिकारियों से मांग करती है कि इस मामले की भी गंभीरता से जांच करवाई जाये ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो सके। Post navigation जनसरोकारों की नहीं यह सिर्फ सर्वे और सर्विलांस की सरकार- हुड्डा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में नितिन जांघू ने थामा कांग्रेस का दामन