चण्डीगढ, 25अगस्त:-हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के वरिष्ठ राज्य उप-प्रधान बलवान सिंह दोदवा ने ब्यान जारी करते हुए आरोप लगाया है कि चण्डीगढ डिपो में उजागर हुए घोटालों को दबाने के लिए डिपो के कार्यवाहक महाप्रबंधक ने परिवहन निदेशक को झूठी शिकायत करके मेरा तबादला चण्डीगढ डिपो से आईएसबीटी दिल्ली पर करवाया है। परिवहन निदेशक ने भी सिर्फ एक तरफा शिकायत पर बगैर किसी जांच- पङताल व निजी सुनवाई के अपनी पावर का दुरूपयोग करते हुए तुरंत प्रभाव से मेरा तबादला आईएसबीटी दिल्ली पर कर दिया। ऐसा करके परिवहन निदेशक ने भ्रष्टाचार को और बढावा देने का काम किया है। एक तरफ तो परिवहन के आला अधिकारी डिपुओं में हुए घोटालों को उजागर करने की बात करते हैं तथा दुसरी तरफ घोटालें उजागर करने वाले कर्मचारियों पर द्वेष भावना के तहत निलम्बित व तबादला करवाने जैसी दमनात्मक कार्यवाही करके उनको चुप करवाने का काम करते हैं।

दोदवा ने आरोप लगाया है कि ऐसा उसके साथ पहली बार नहीं हुआ बल्कि इससे पहले भी द्वेष भावना के तहत दो बार मेरा तबादला आईएसबीटी दिल्ली पर हो चूका है। उन्होंने कहा कि मैं कोई चोर-जार या डकैत नहीं हूं कि बार-बार मुझे यों प्रताड़ित किया जाये। हां, मेरा कसूर सिर्फ इतना है कि मैं हरियाणा रोङवेज संयुक्त कर्मचारी संघ का वरिष्ठ राज्य-उप-प्रधान हूं तथा डिपो महाप्रबंधको द्वारा कर्मचारियों के होने वाले शोषण के खिलाफ आवाज उठाता हूं तथा डिपो में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम करता हूँ जो परिवहन के अधिकारीयों को रास नहीं आता।

दोदवा ने कहा कि मुझे मालूम है परिवहन विभाग के आला अधिकारी अब भी चण्डीगढ डिपो के कार्यवाहक महाप्रबंधक की असली कारगुजारी से वाकिफ नहीं हैं। इसलिए डिपो कमेटी ने कर्मचारियों की वर्षों से लम्बित पङी सभी समस्याओं, डिपो में हुए घोटालों व कार्यवाहक महाप्रबंधक द्वारा युनियन के प्रतिनिधियों के साथ किये गये दुर्व्यवहार की लिखित शिकायत परिवहन निदेशक व अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन से की है। डिपो कमेटी विश्वास दिलाती है कि अगर लिखित में दी गई शिकायत के मुताबिक डिपो में हुए फर्जीवाङे व घोटालों की जांच विजिलेंस या किसी निष्पक्ष एजेंसी से करवाई जाये तो चण्डीगढ डिपो के कार्यवाहक महाप्रबंधक को बचाने वाला कोई नहीं। लेकिन इससे पहले यातायात प्रबंधक से महाप्रबंधक का चार्ज वापिस लेना चाहिए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। दोदवा ने बताया कि परिवहन निदेशक व अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन से निजी तौर पर मिलकर भी डिपो महाप्रबंधक द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की पोल खोली जायेगी। दोदवा ने कहा कि जब तक कर्मचारियों की लम्बित पङी सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तथा डिपो में हुए भ्रष्टाचार की जांच नहीं होती तब तक कार्यवाहक महाप्रबंधक के खिलाफ आन्दोलन जारी रहेगा व 1सितम्बर को डिपो प्रशासन का घेराव हर हाल में किया जायेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों की होगी।

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