हिसार: 6 अगस्त – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कुलपति डॉ. बलदेव राज काम्बोज को गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। यह कार्यभार उन्हें हरियाणा के राज्यपाल एवं गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने ऑर्डर जारी कर सौंपा है। ये आदेश राज्यपाल ने राज्य सरकार की स्वीकृति के उपरांत जारी किए हैं। गौरतलब है कि गुरू जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार को केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ का कुलपति बनाया गया है।

 कुलपति बनने के बाद एचएयू में किए कई अह्म परिवर्तन

एचएयू का कुलपति बनने के बाद डॉ. बी.आर. काम्बोज ने विश्वविद्यालय में बहुत ही अह्म परिवर्तन किए हैं। इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं को गहराई से समझते हुए स्वयं लगातार किसानों के द्वार जाकर समस्याओं के समाधान में जुटे हुए हैं। उनका मकसद है कि अधिक से अधिक किसानों को विश्वविद्यालय से जोडक़र यहां विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत किस्मों व तकनीकों का लाभ पहुंचाया जा सके। इसके अलावा विश्वविद्यालय की शिक्षण,अनुसंधान व विस्तार गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए मासिक बैठक भी ले रहे हैं। साथ ही सभी विभागों के तकनीकी कार्यक्रमों की समीक्षा कर आगामी वर्ष की कार्ययोजना को बनाने में स्वयं निर्देशित कर रहे हैं।

एचएयू में कुलसचिव रहते दिया था डिजिटाइजेशन को बढ़ावा

एचएयू के कुलपति बनने से पहले प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज इसी विश्वविद्यालय के कुलसचिव पद पर कार्यरत थे। कुलसचिव के पद पर रहते हुए उन्होंने विश्वविद्यालय में डिजिटाइजेशन को बढ़ावा दिया जिससे फाइलिंग सिस्टम को बढ़ावा मिला और कार्यालयों के कार्य में तेजी आई। वे एचएयू के विद्यार्थी भी रहे हैं और कुलसचिव बनने से पहले वे विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र यमुनानगर में वरिष्ठ संयोजक रह चुके हैं। वे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक हैं और उनके बहुत से रिसर्च पेपर अंतरराष्ट्रीय स्तर के जर्नल में प्रकाशित हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट सीआईएमएमवाईटी(मैक्सिको), आईआरआरआई(फिलीपिंस)सीएसआईएसए से जुडक़र हरियाणा की ओर से तीन साल तक हब कोर्डिनेटर (सीनियर रिसर्च मैनेजर) के पद को सफलतापूर्वक निभा चुके हैं।

मूल रूप से ग्रामीण अंचल से रखते हैं संबंध

मूल रूप से करनाल जिले के दाहा गांव में जन्में डॉ. बलदेव राज काम्बोज ने प्रारंभिक शिक्षा राजकीय उच्च विद्यालय संघोहा जिला करनाल से पूरी की। इसके बाद एचएयू से ही स्नात्तक, स्नातकोत्तर और पी.एचडी.की डिग्री हासिल की। वे शुरू से ही प्रतिभा के धनी रहे हैं और अपनी शैक्षणिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इसके अलावा हरियाणा राज्य से संबंध रखने वाले प्रोफेसर काम्बोज को 26 वर्ष से भी अधिक का अध्यापन, अनुसंधान और विस्तार शिक्षा की गतिविधियों का अनुभव भी है। इनके पूरे सेवाकाल में विस्तार शिक्षा की गतिविधियों का अनुभव इनका सबसे ज्यादा है और वे किसानों की आम समस्याओं, उनकी जरूरतों और उनके आर्थिक-सामाजिक स्तर से अच्छी तरह से वाकिफ हैं। 

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