चण्डीगढ़, 25 जुलाई – हरियाणा के 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने चण्डीगढ़ निवास स्थान पर आम्रपाली आम के दो पौधे लगााकर किया। इस दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों में कार्यक्रम आयोजित में किए गए जिनमें विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्रियों एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार की राज्य में आॅक्सीवन स्थापित करने के विजन के तहत पंचकूला राज्य का पहला जिला है जहां 100 एकड़ भूमि पर सबसे बड़ा आॅक्सीवन स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर जिले में आॅक्सीवन स्थापित किये जाने है ताकि प्रदेश में  प्राकृतिक आॅक्सीजन की कमी ना रहे।

श्री गुप्ता पिंजौर में स्थित संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में आयोजित 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव के दौरान पौधा रोपण कर सभी से अपील की, कि वह अधिक से अधिक पौधे लगाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें। इस अवसर पर उन्होंने स्कूल की विकासात्मक गतिविधियों के लिये अपने स्वैच्छिक कोष से 2.50 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की।

हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर श्री रणबीर गंगवा हिसार जिले में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों का मानव जीवन में विशेष महत्व है, अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा युवा क्लब से जुड़े नवयुवकों को मिल-जुलकर कार्य करना होगा। उन्होंने हिसार जिले को हरा-भरा बनाने के लिए वन विभाग द्वारा 15 लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के तहत जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत को एक-एक हजार पौधे दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पौधगिरी कार्यक्रम के तहत स्कूली विद्यार्थियों को भी पौधे वितरित किए जाएंगे। पौधारोपण कार्यक्रम के तहत 2 लाख पौधे विभिन्न संगठनों एवं संस्थाओं को भी दिए जाएंगे।  

वन मंत्री श्री कंवर पाल ने अरावली-द लास्ट फ्रंटियर एंड धरोहर नामक स्मारिका का विमोचन भी किया। अरावली-द लास्ट फ्रंटियर अरावली पर एक सचित्र पुस्तक है जिसमें हरियाणा की अरावली पहाडियों के अद्वितीय परिदृश्यों, वनस्पतियों और जीवों को दर्शाया गया है। उन्होंने पौधो की तकनीक नामक पुस्तिका का विमोचन भी किया।

वन मंत्री श्री कंवर पाल जगााधरी में आयोजित 72वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव सम्बोधित कर रहे थे। वन मंत्री ने वृक्ष पेंशन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि वृक्षों को सम्मान देने के लिए हरियाणा सरकार ने उन सभी पेड़ों को सम्मानित करने की पहल की है जो 75 वर्ष और उससे अधिक आयु के हैं, ऐसे पेड़ों की पूरे राज्य में पहचान की जाएगी और स्थानीय लोगों को शामिल करके इनकी देखभाल की जाएगी।

उन्होंने कहा कि वन विभाग ने 22 जुलाई 2021 को वन एवं पर्यावरण विषय पर लिखित प्रश्नोत्तरी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया था। चित्रकला प्रतियोगिता का विषय ऑक्सी वन था। राज्य स्तर पर प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को यमुनानगर में वन मंत्री द्वारा क्रमशरू पांच हजार, चार हजार और तीन हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिला स्तर पर क्विज और पेटिंग के विजेताओं को क्रमशः तीन हजार, दो हजार और एक हजार रुपये दिए गए। उन्होंने वृक्षारोपण में अहम भूमिका निभाने के लिए पानीपत के गांव ग्वालड़ा की पूर्व सरपंच सहित अन्य 25 पूर्व सरपंचों, स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया।

परिवहन मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि पेड़ है तो जीवन है और पेड़ नहीं तो जीवन नही। मनुष्य के जीवन की पहली जरूरत ऑक्सीजन है और यह ऑक्सीजन हमें पेड़ पौधों से मिलती है । इसलिए हमें जीवन में अधिक से अधिक पेड़ लगाकर उनका पालन पोषण करना चाहिए। श्री शर्मा आज फरीदाबाद आदर्श नगर के सामुदायिक भवन में 72वें राज्य स्तरीय वन महोत्सव में त्रिवेणी के पौधे लगाने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने का केवल एक ही उपाय है वह है अधिक से अधिक मात्रा में पौधे लगाकर उनका पालन पोषण करना।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी. दलाल भिवानी जिले में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन के बिना जीवन संभव नहीं है और ऑक्सीजन का एक मात्र माध्यम पेड़ हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थाओं व धार्मिक संगठनों के साथ-साथ विशेषकर युवा पीढ़ी को पौधारोपण अभियान में आगे आना चाहिए।

पुरातत्व-संग्रहालय एवं श्रम-रोजगार राज्यमंत्री श्री अनूप धानक ने राजकीय महाविद्यालय उकलाना के प्रांगण में पंचवटी (नीम, आवला, अशोका, बट व पीपल) लगाकर छात्र-छात्राओं को 300 औषधीय व छायादार पौधे वितरित किए और 200 पौधे रोपित किए गए। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के साथ-साथ इनकी देखभाल की जिम्मेवारी भी हम स्वयं लें। पौधों का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है। पौधों से हमारे आस-पास का वातावरण शुद्ध रहता है। इसलिए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा कैथल जिले में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित रही। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों को पौधे लगाकर बच्चों की तरह उनका संरक्षण करना चाहिए। पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन के साथ-साथ छाया, फल, लकड़ियां व औषधियां प्राप्त होती हैं। राज्य सरकार ने पेड़ों की महत्ता को देखते हुए और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए इस वर्ष 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसी प्रकार, जिला कैथल में भी 14 लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है।

 खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री श्री संदीप सिंह ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से पूरी दुनिया को आक्सीजन के महत्व का पता लगा। इस लहर के दौरान लोगों को आक्सीजन की जरूरत पड़ी। श्री संदीप सिंह जिले कुरूक्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी शहरों में आॅक्सीजन देने वाले पौधें लगाए जाएंगे। राज्य सरकार की तरफ से प्रदेश के सभी शहरों में 5 एकड़ से लेकर 100 एकड़ तक भूमि पर पौधें लगाए जाएंगे। इस योजना की शुरुआत करनाल में 80 एकड़ और पंचकूला में बीड घग्गर की 100 एकड़ भूमि पर आक्सी वन लगाने से कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि के 134 तीर्थो पर पंचवटी वाटिका स्थापित करने की मुहिम शुरु की गई है।

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