गुरुग्राम। दिनांक 24.07.2021 – किसान आंदोलन के 240वें दिन किसान,मज़दूर तथा गुरुग्राम के विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्ति धरने पर बैठे।संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार हठधर्मिता छोड़कर किसानों से बात करें। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि वह किसानों से एक फ़ोन कॉल की दूरी पर है लेकिन चार महीने बीतने पर भी प्रधानमंत्री का फ़ोन किसानों के पास नहीं आया। उन्होंने कहा कि किसानों ने शांतिपूर्वक तरीक़े से जंतर मंतर पर किसान संसद लगाकर अपनी बात रखी। उन्होने कहा कि पूरे देश और दुनिया ने किसानों की बात सुनी।उन्होंने कहा कि किसानों ने किसान संसद के माध्यम से जनता को काले कानूनों के बारे में जागरूक किया। उन्होने कहा कि तीनों काले कानूनों के विरोध में किसानों का जनसमर्थन बढ़ रहा है। धरने को संबोधित करते हुए जयप्रकाश रेढू ने कहा कि किसानों ने सरकार को पत्र लिखकर बातचीत के लिए कहाँ है लेकिन उसके बावजूद सरकार किसानों से बात नहीं कर रही है जो सरकार की हठधर्मिता को दिखती है।उन्होंने कहा कि सरकार तीनों काले क़ानून वापस ले ले और एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाए। आज धरने पर बैठने वालों में जयप्रकाश रेढू,जे सी यादव एडवोकेट,जसबीर ठाकरान,राजकुमार राठी,नरेंद्रपाल किलहोड़,महासिंह ठाकरान,मंजीत महलावत,प्रकाश महलावत,किशोर महलावत,ईश्वर सिंह,राजकुमार ठाकरान,नवनीत रोज़खेड़ा,कमांडेंट सत्यवीर सिंह,मनीष मक्कड़,फूल कुमार,योगेश्वर दहिया,मनोज झाड़सा,तनवीर अहमद,अमित पंवार,आकाशदीप, विजयवीर,बल्केश बाल,दूरगेश,सुमित,अरुण, लाल सिंह तथा अन्य व्यक्ति शामिल थे। Post navigation बालिकाओं के भविष्य के लिए कारगर सुकन्या समृद्घि योजना :- डीसी होप फॉर चिल्ड्रन सामुदायिक विकास प्रोजेक्ट शुरू