मूसलाधार बरसात ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी !

बाजरा, कपास, ज्वार, सब्जी की फसल जल भराव के कारण नष्ट.
एसडीएम पटौैदी के आदेश पर माौका मुआयना को पहुंचें अधिकारी.
फसलो की गिरदावरी बाद 40 हजार प्रति एकड़ मुआवजा की मांग

फतह सिंह उजाला

पटौदी। 19 जुलाई को क्षेत्र में हुई मुसलाधार बरसात के चलते बाजरा, कपास, ज्वार, सब्जी आदि की फसल जल भराव के कारण नष्ट होने से क्षेत्र के किसानों ने नष्ट हुई फसलों का मौका मुआयना करने के एसडीएम पटौदी प्रदीप कुमार के आदेशानुसार नायब तहसीलदार रणसिंह गौदारा , कानूनगो बीर सिंह, हल्का पटवारी सिधार्थ, मंजीत, अनिल कुमार, सरपंच विनोद वाल्मीकि खुर्रमपुर आदि के साथ खण्ड के दो दर्जन गांवो का दौरा किया और किसानों ने अपना दुखड़ा सुनाया ।

नायब तहसीलदार रणसिंह गौदारा ने पीड़ित किसानों को आश्वासन देते हुए हल्का पटवारियों व गिरदावर को मौका रिपोर्ट तैयार करके जल्द सौंपने के आदेश दिए । बतां दे कि गुरुवार को बरसात के जलभराव के कारण नष्ट हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर  दर्जनों किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के नाम नायब तहसीलदार  फर्रूखनगर रणसिंह गौदारा को खुर्रमपुर के सरपंच विनोद वाल्मीकि की अगुवाई में ज्ञापन सीएम के नाम सौंपा था ।  

सौंपेे गए गए ज्ञापन में सरपंच विनोद वाल्मीकि खुर्रमपुर, विजय पाल लम्बरदार, सुरेन्द्र लम्बरदार, प्रहलाद यादव, रमेश लम्बरदार जोनियावास, जितेन्द्र, मोनू, अत्तर सिंह, रामफल, राजू, रविन्द्र, राजुकुमार, जगरूप सिंह पंच, राव सुरेन्द्र सिंह, हरकेश खेड़ा आदि किसानों ने बताया कि 19 जुलाई को हुई भारी बरसात के कारण व पटौदी, मानेसर आदि क्षेत्र से आये तेज भाव से बरसाती पानी के कारण खुर्रमपुर , खुर्रमपुर खेडा, गढ़ी नत्थे खां, मुशैदपुर, डूमा हरीनगर , अलीमुद्दीनपुर, पालडी, महचाना, महचाना ढ़ाणी, फरीदपुर, कारौला, राजुपुर, गुगाना, बिरहेड़ा, शेखुपुर माजरी,  जराऊ सुंदरपुर, डाबोदा, ढ़ाणी रामजी लाल, बसुंडा, तिरपड़ी, खंडेवला, जाटौला, फाजिलपुर बादली, ताजनगर, जोनियावास, ख्वासपुर, बावडा बाकीपुर, जुडौला आदि गांवों में किसानों की कपास, बाजरा, धान, ज्वार, सब्जी, फूल की खेती बरसाती जलभराव के कारण नष्ट हो गई है।

फसल नष्ट होने किसानो का भारी नुकसान हुआ है । किसानों की कोरोना के चलते पहले ही आर्थिक नुकसान झेल रहे है । उपर से भारी बरसात ने उनकी कमर तोड दी है ।  किसानों ने सरकार से नष्ट हुई फसलो की गिरदावरी करवा कर 40 हजार रूपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है । उन्होने बताया कि इस बार सरकार द्वारा चिन्हित बीमा कम्पनियों द्वारा फसलों का बीमा भी नही किया है । जिसके चलते किसान नष्ट हुईं फसल को लेकर परेशान है । किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने समय रहते बरसात से नष्ट हुई फसलो की गिरदावरी करवा कर उचित मुआवजा नही दिया तो वह धरना प्रर्दशन के लिए मजबूर हो सकते है ।नायव तहसीलदार ने कहा कि जल्द ही सरकार को रिपोर्ट तैयार करके भेज दी जाएगी ।

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