चंडीगढ़ पुलिस ने दो मुंहे सांप को बेचने चंडीगढ़ पहुंचे एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. बरामद हुए सांप की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 1 एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है. पुलिस के मुताबिक जिस तस्कर को पकड़ा गया है उसके द्वारा चंडीगढ़ में 15 लाख रुपए में सांप को बेचने को लेकर डील फाइनल हुई थी.

चंडीगढ़. चंडीगढ़ पुलिस ने दो मुंहे सांप को बेचने चंडीगढ़ पहुंचे एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. बरामद हुए सांप की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 1 एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है. पुलिस के मुताबिक जिस तस्कर को पकड़ा गया है उसके द्वारा चंडीगढ़ में 15 लाख रुपए में सांप को बेचने को लेकर डील फाइनल हुई थी. बरामद किए गए गए सैंड बोआ सांप को दुर्लभ प्रजाति में गिना जाता है.

जानकारी के अनुसार पुलिस को सांपों की तस्करी किए जाने की सूचना मिल रही थी. इसको लेकर पुलिस सक्रिय हो गई. पुलिस में बुधवार रात सेक्टर 23 स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल के पास कॉन्स्टेबल को जाली ग्राहक बना कर भेजा. इसके बाद सैंड बोआ सांप के लिए डील हुई. 15 लाख रुपये में सांप को बेचने को लेकर डील फाइनल होने के बाद उसे दबोच लिया. सेक्टर 17 थाना पुलिस ने सांप को बेचने पहुंचे आरोपी को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया. पुलिस ने वन्य जीव अधिनियम की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.

मनाली और कसोल में तैयार होती है सांप के जहर से नशे की खेप

गिरफ्तार आरोपी की पहचान पंजाब के पठानकोट के रहने वाले रवि कुमार के रूप में हुई है. इस सांप के जहर का इस्तेमाल हिमाचल प्रदेश के मनाली और कसोल इलाके में नशे के तौर पर किया जाता है. बरामद हुए सांप के जहर की बूंदों को नशीले पदार्थों में मिक्स किया जाता है. इसके बाद नशे की कफी असरकारक डोज तैयार हो जाती है.

error: Content is protected !!