रेणुका परशुराम धाम, हरियाणा संपादक वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक :- ब्राह्मण समाज भगवान श्री परशुराम की धरोहर है । ब्राह्मण समाज को अपनी क्षमता दिखाने के लिये किसी राजनीति की जरूरत नही । यह बात भगवान परशुराम सेवा समिति अम्बाला केंट द्वारा रेणुका धाम यात्रा दौरान रेणुका में जिले सिंह पिचोलिया ने ब्राह्मणों को सम्बोधित करते हुए कही । उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों की एकता ही उनकी ताकत है । जो हालात इस देश मे चल रहे हैं वो देश वासियों के लिये चिंता का विषय है । जिस प्रकार से देश मे ब्राह्मणों की अनदेखी हो रही है उसका जवाब ब्राह्मण नही प्राकतिक आपदा अपने आप दे रही है । इतिहास गवाह है दुनिया मे कोई भी कार्य बिना सम्भव नही है । चाहे वो कार्य सुख का हो या दुख का हर कार्य मे ब्राह्मण की जरूरत रहती है । इस अवसर पर भगवान श्री परशुराम सेवा समिति अम्बाला केंट के प्रधान राजू शर्मा ने कहा कि दुनियां में जो दौर चल रहा है वो कलयुग का दौर है । और भगवान विष्णु के छठे अवतार बन भगवान श्री परशुराम इस सृष्टि को चला रहे हैं । लेकिन अपने परिवार की समाज मे अंददेखी को वैसे कैसे बर्दाश्त करेंगे । लेकिन भगवान श्री परशुराम परिवार ब्राह्मणों को ये ही सन्देश ओर संस्कार दिए गये हैं कि देश की सेवा और समाज की रक्षा करना ब्राह्मणों का फर्ज बनता है । जिसके लिये ब्राह्मण अपने हित की परवाह किये बिना देश मे शांति और देशवासियों के लिये समय समय पर शांति के लिए हवन यज्ञ करते रहते हैं । और ये ही उनका धर्म है । रेणुका धाम यात्रा के दौरान अम्बाला जिला ब्राह्मण सभा के संरक्षक वेद कौशिक ने कहा कि रेणुका धाम इतनी पवित्र जगह है जहाँ आने से सभी के कष्टों का निवारण होता है । और शांति मिलती है । इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑबजर्वर के राष्ट्रीय सलाहकार व वरिष्ठ पत्रकार सुभाष शर्मा ने कहा कि रेणुका धाम में स्व प्रदीप शर्मा के लिये दो मिनट का मोन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई । इस अवसर पर देश की शांति व सबके लिये सुखसमृद्धि का हवन यज्ञ किया गया । ओर लंगर का आयोजन किया गया । उन्होंने कहा कि हमारे संस्कार ही हमारी धरोहर है। और इस धरोहर को संभालने के लिये सभी ब्राह्मणों की एकता का होना बहुत जरूरी है । उन्होंने कहा कि ब्राह्मण हमेशा अपने शास्त्र के माध्यम से ही सृष्टि पर कार्य करता आया है । और भगवान श्री परशुराम के दिये संस्कार में ये भी जरूरी बतलाया गया है कि अगर देश या देशवासियों , धर्म पर अगर गम्भीर आफत आये तो शास्त्र के साथ साथ शस्त्र उठाने में कोई बुराई नही है । इस यात्रा के दौरान सर्वधर्म समाज कल्याण मंच व राष्ट्रपति अवार्ड विजेता राजेन्द्र कौशिक अपनी अर्धांगनी के साथ व ब्राह्मण समाज के परिवार एकता का परिचय देते हुए रेणुका धाम पर एकत्रित हुये । Post navigation दिशा बदलने से दशा बदल जाती है : आचार्य सुमित रावल। प्रदेश की कला नीति में कलाकारों के हित के लिए कला परिषद ने दिए सुझाव