2 करोड़ पहले ही रिकवर कर चुकी पंजाब पुलिस

पानीपत में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई के मामले में रविवार को बड़ा खुलासा हुआ है। बीते दिनों पंजाब की रोपड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाए गए इस सप्लाई गिरोह के सरगना और उसके साथियों से पुलिस ने 48 लाख रुपए, नकली रैपर और डिब्बे बरामद किए हैं। पता चला है कि ये लोग अब तक 5 करोड़ रुपए कमा चुके हैं। हालांकि इससे पहले पंजाब पुलिस भी इनसे 2 करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है।

मई में 4 इंजेक्शन की रिकवरी के बाद जुड़ी बड़ी कड़ियां

पानीपत के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि मई महीने में शहर के सेक्टर-13/17 कट से इसी इलाके के गौरव जैन को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबजारी करते पकड़ा गया था। उस वक्त इससे 4 इंजेक्शन बरामद किए गए थे। पूछताछ में गौरव ने बताया था कि वह ये इंजेक्शन बरसत रोड पर एक गौशाला की डिस्पेंसरी में नौकरी करते BAMS डॉक्टर योगेश से लेकर आया था। सप्लाई के एवज में उसे एक इंजेक्शन पर 2 हजार रुपए कमीशन मिलना था। CIA-3 की टीम ने योगेश को गिरफ्तार किया तो उसने इंजेक्शन सेक्टर-6 के दिलबाग से खरीदकर लाने की बात कबूली, जो खन्ना रोड पर दवाइयों का होल-सेल का स्टोर चलाता है। दिलबाग से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह प्रदीप से इंजेक्शन खरीदकर लाया था, वहीं सनोली रोड स्थित हैदराबादी अस्पताल में मेडिकल स्टोर चला रहे प्रदीप को पहले ही जिला पुलिस रिमांड पर लिए हुए थी। उसने बताया था कि उसे मुजफ्फरनगर का मोहम्मद शहवार सप्लाई करता था।

इस खुलासे के बाद पानीपत पुलिस पंजाब की रोपड़ जेल में बंद भाखड़ा नहर में नकली इंजेक्शनों की खेप फेंकने के 6 आरोपियों में शामिल मोहम्मद शहवार, शाह आलम और मोहम्मद अरसद को पिछले सप्ताह प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। 7 दिन का रिमांड लिया और इस दौरान उनसे बड़े खुलासे हुए हैं।

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