प्रयोग फांउडेशन ने डाक्टर्स डे पर ट्राईसिटी के डाक्टरों को कि सम्मानित

पंचकूला। कोरोना संक्रमण के दौरान चिकित्सकों ने जहां फ्रंटलाइन योद्धा के रूप में काम करते हुए लाखों लोगों की जान बचाई है वहीं डाक्टरी पेशे में विश्वसनीयता को बढ़ाना समय की मांग है। कोरोना काल में डाक्टरों द्वारा निभाई गई भूमिका को आने वाले समय में याद रखा जाएगा।

उक्त विचार डाक्टर्स डे के अवसर पर प्रयोग फांउडेशन द्वारा आयोजित वुर्चअल प्रमाण पत्र वितरण समारोह के दौरान फांउडेशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने प्राइवेट डेंटल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन पंचकूला तथा ट्राईसिटी के चिकित्सकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि ट्राईसिटी में करीब 98 फीसदी चिकित्सकों ने मानवता का परिचय देते हुए जनहित के कार्यों को बढ़ावा दिया है। इस महामारी में हरियाणा में सैकड़ों की संख्या में डाक्टर, नर्स तथा पैरोमडिकल स्टाफ के लोग कोरोना संक्रमित भी हुए हैं।

शर्मा ने कहा कि पीडीपीए ने कोरोना काल में विभिन्न माध्यमों से जरूरतमंद लोगों की मदद की है। इस अवसर पर बोलते हुए पीडीपीए के अध्यक्ष डॉ.विमल कालिया ने कहा कि डाक्टर्स डे के आयोजन तभी सार्थक होंगे जब डाक्टर अपने प्रोफैशन को केवल मात्र पैसा कमाने का जरिए न समझते हुए लोगों की सेवा का माध्यम समझे। इस अवसर पर प्रयोग फांउडेशन महिला विंग की अध्यक्ष डॉ.कविता शर्मा ने बताया कि आज के कार्यक्रम के दौरान डॉ.रोहित साहनी, हिमांशु गुप्ता, विकास शर्मा, नीलम शौरी, अक्षय घई, राहुल वशिष्ट के अलावा मोहाली के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.अशोक वढेरा, रोमिका वढेरा, सलिल वांगू तथा डॉ.वान्या को कोरोना काल में कोरोना योद्धा की भूमिका निभाने पर प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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