चंडीगढ़, 1 जुलाई – कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कोविड से संबंधित सभी चिकित्सा उपचार संसाधनों जैसे वेंटिलेटर बेड, ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसंट्रेटर की उपलब्धता, रेमेडिसिविर इंजेक्शन, एम्फोटेरिसिन, टोसिलिजुमैब की बारीकी जानकारी ली, ताकि कोविड-19 के उपचार के लिए किसी भी उपकरण या दवा की कमी न हो। मुख्यमंत्री आज यहां कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए चिकित्सा तैयारियों के संबंध में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री श्री अनिल विज भी बैठक में मौजूद थे। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने लॉजिस्टिक्स, अस्पतालों में उपलब्ध वर्तमान सुविधाओं, दवाओं के स्टॉक, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, बेड और भविष्य के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी से संबंधित एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया । मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है इसलिए स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। इसके अलावा कर्मचारियों को संवेदनशील बनाने और स्टाफ को रेसनलाइज करने के भी निर्देश दिए। श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड और ऑक्सीजनयुक्त लैस बेड, आवश्यक दवाओं, निओनेटल वेंटिलेटर और पीडियाट्रिक वेंटिलेटर की वर्तमान उपलब्धता की स्थिति की जांच करने के लिए कहा ताकि वर्तमान स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत किया जा सके। कोविड-पीडियाट्रिक मामलों के संबंध में चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कहा कि इन मामलों के इलाज के लिए आवश्यक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का पता लगाया जाए और उसके अनुसार आवश्यक व्यवस्था की जाए। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य की मौजूदा 20 सरकारी परीक्षण प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन 24500 टेस्ट और 22 निजी प्रयोगशालाओं में प्रतिदिन 71900 टेस्ट करने की क्षमता है। मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि अप्रैल 2021 में सेनिटेल सर्विलांस की शुरुआत की गई थी, जिसके तहत 15 दिन में प्रत्येक सेनिटेल साइट से 15 नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जा रहे हैं। यह भी बताया गया कि पीजीआईएमएस, रोहतक में शीघ्र ही जीनोम टेस्ट के लिए प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। बैठक में बताया गया कि हरियाणा में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.23 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है। बैठक में मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी.एस. ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्त आयुक्त श्री संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, हरियाणा चिकित्सा सेवा निगम के प्रबंध निदेशक श्री साकेत कुमार, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक श्री अशोक कुमार मीणा, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के विशेष सचिव डॉ. शालीन उपस्थित थे। Post navigation हरियाणा राज्य भाण्डागार निगम के कलानौर स्थित एक गोदाम में सरसों की 6512 बोरियां गायब, तीन कर्मचारी सस्पेंड तुरंत प्रभाव से 45 आइएएस/एचसीएस/एचपीएस अधिकारियों के किए तबादले