मोरनी में किसानों पर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा, मामले वापस लेने की माँग. हरियाणा के इतिहास की सबसे जनविरोधी और अलोकप्रिय है खट्टर-दुष्यंत सरकार कांग्रेस महासचिव, चौधरी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोरनी में मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल खट्टर का पूर्वघोषित, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों पर पुलिसिया लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। रणदीप ने कहा कि खट्टर सरकार पिछले 54 साल के इतिहास में सबसे जन विरोधी एवं अलोकप्रिय सरकार है। उन्होंने साफ़ कहा कि धरती पुत्र किसान, सरकार की दमनकारी नीतियों के सामने नहीं झुकेंगे और इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि मोरनी में आज शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई किसानों को चोट आई और एक ट्रैक्टर को भी काफी नुकसान पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पूर्व सिविल ड्रेस में ही पुलिस कर्मियों द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठियां मारी है, उनके रास्ते रोकने के लिए पुलिस वाहन बीच मे लगा दिए गए। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार पौने सात माह से चल रहे किसानों के ऐतिहासिक आंदोलन को कमजोर करने के लिए दमनकारी हथकंडे अपनाने का घिनौना प्रयास कर रही है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि ब्लाक पिंजोर के किसानों ने भाजपा के मंत्रियों या प्रतिनिधियों का विरोध किया हो परन्तु अब मामले दर्ज कर किसानों को दबाने का काम करना निंदनीय है। ऐसे मामले दर्ज करने से न केवल किसानो का मनोबल बढ़ेगा वही भाजपा जजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा भी जनता के समक्ष उजागर हो चुका है। उन्होंने किसानों पर मोरनी में दर्ज मामले तत्काल रद्द करने की माँग की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल मोरनी में पैराग्लाइडिंग समेत अन्य राइड्स का लोकार्पण करने के लिए आए थे। सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश में चौतरफ़ा विरोध के पिछले अनुभवों को देखते हुए वो यह कार्यक्रम वर्चुअल माध्यम से कर सकते थे लेकिन सत्ता के नशे में मदहोश भाजपा-जजपा सरकार जानबूझकर किसानों से टकराव का रास्ता अपना रही है। मुख्यमंत्री के मोरनी में पैराग्लाइडिंग समेत अन्य राइड्स का लोकार्पण करने के पीछे मूल कारण यह है कि अब मोरनी में विहप/आरएसएस ने एक भव्य भवन बनाया है। सुरजेवाला ने कहा कि मोरनी के हजारों किसान आज भी नौतोड़ का मालिकाना हक लेने के लिए आस लगाए बैठे है और सरकार उनके मौलिक हक देने की बजाए आरएसएस/विहप के लिए बनाए गए रेस्ट हाउस/भवन की सहूलियत के लिए अब राइड्स शुरू करने का ढोंग कर रही है। उन्होंने पूछा कि मोरनी को पर्यटन क्षेत्र बनाने के लिए कोई ठोस नीति आज तक क्यों नही बनाई गई? अब तक मोरनी को पर्यटन स्थल बनाने के लिए खट्टर सरकार ने न तो कोई कदम उठाए व न ही कोई आर्थिक सहायता जारी की। आज तक मोरनी को पहाड़ी क्षेत्र का दर्जा नही दिया तो वही पर्यटन स्थल बनाने की सूरत से कभी काम ही नही किया। आज भी मोरनी वासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, कई गांव तो ऐसे है जहां अवैध माइनिंग से जमीन व पहाड़िया खिसकनी शुरू हो गई है जिससे लोगो के मकान, सड़क किनारे डंगे व सम्पर्क मार्गाे में दरारे तक आगई है। यहां के युवा बेरोजगार हैं और सरकारी नौकरियों में भी पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते छूट का कोई प्रावधान भी नहीं है। Post navigation हरियाणा में 28 जून तक बढ़ा लॉकडाउन, रात आठ बजे तक खुलेंगी दुकानें वेक्सिनेशन पालिसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विज ने की जमकर तारीफ- बोले मोदी कर रहे देश का कल्याण