एचएयू की विश्व के 23 देशों के 30 संस्थानों के साथ भविष्य की कार्ययोजना को लेकर हुई ऑनलाइन मीटिंग हिसार : 19 जून – चौधरी चरण सिहं हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार भविष्य में मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी यूएसए और उससे जुड़े विश्व के 23 देशों के 30 संस्थानों के साथ संयुक्त रूप से शैक्षणिक व अनुसंधान की गतिविधियों को बढ़ाएगा। इसको लेकर कोरोना महामारी के दौरान उत्पन्न विषम परिस्थितियों को देखते हुए वैश्विक सहभागिता को मजबूत करने व एक दूसरे का सहयोग करने को लेकर एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। बैठक में इन देशों के विभिन्न संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर वैश्विक जलवायु परिवर्तन व खाद्य सुरक्षा को लेकर एचएयू भविष्य में मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी व उसके सहयोगी 30 संस्थानों के साथ मिलकर एक दूसरे का सहयोग करेंगे। साथ ही भविष्य में इन देशों के संस्थानों के साथ ऑनलाइन माध्यम से गतिविधियों को बढ़ाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इसमेें विश्व स्तर पर जलवायु परिवर्तन के चलते खाद्य सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों जैसे जल, मृदा, फसल विविधिकरण आदि को लेकर पडऩे वाले दुष्प्रभावों को लेकर भी चर्चा की गई। साथ ही संयुक्त रूप से ऑनलाइन कोर्सों और नवाचार के माध्यम से विद्यार्थियों को कम खर्च में ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने पर भी बातचीत हुई। कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने कहा कि सहयोगी संस्थानों के साथ लगातार संचार प्रक्रिया जारी रखने, सूचनाओं का आदान-प्रदान करने व अन्य योजनाओं के सकुशल क्रियान्वन के लिए उनके संपर्क आदि को भी एकत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों, ग्रामीणों और शहरी समुदाय की सेवा के लिए भी बेहतर करने को लेकर कार्य किया जाएगा जिसमें विस्तार व अन्य गतिविधियां बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान परिस्तिथियों को अवसर में बदलने व उनसे मिली सीख को साझा करने के लिए वैश्विक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे ताकि भविष्य में इस प्रकार की आने वाली विपदाओं से आसानी से निपटा जा सके। अनुसंधान निदेशक डॉ. एस.के. सहरावत ने कोरोना महामारी के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा किए गए कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। इन देशों के संस्थानों के साथ बढ़ाई जाएंगी गतिविधियां स्नातकोत्तर अधिष्ठाता एवं ग्रेन प्रोजेक्ट के नियंत्रण अधिकारी डॉ. अतुल ढींगड़ा ने बताया कि भारत सहित विश्व के यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, बेल्जियम, फिलीपींस, तुर्की, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, किर्गीस्तान, चीन, इथोपिया, केन्या, बुर्किना फासो, सेनगल, घाना, मिश्र, अफगानिस्तान, तजाकिस्तान, अर्जेनटिना, मैक्सिको, नेपाल, श्री लंका सहित 23 देशों के 30 संस्थानों के साथ शैक्षणिक व अनुसंधान की गतिविधियों को संयुक्त रूप से बढ़ाया जाएगा। ये हुए शामिल विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति के अलावा मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी की ओर से डॉ. करीब मरीडिया, डॉ. कैली मिलेनबाह, डॉ. डगलस भूल्लर, डॉ. क्यूंटिन टायलर, पैट्रिक कुडने सहित विभिन्न संस्थानों के उच्च अधिकारी शामिल हुए। Post navigation हरियाणा में सरकारी भर्ती परीक्षा में 5-10-20 नम्बर देना सीधा अत्याचार है. अध्ययनशील समाज बनाने और वंचितों को शिक्षा देने की कोशिश : प्रमोद गौरी