थाना बिलासपुर थाना क्षेत्र के एरिया से लूटी गई थी कार

आरोपियों पर आधा दर्जन से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
  कार लूटने वाले दोनों आरोपियों को कुछ घण्टों के अंदर ही थाना बिलापुर गुरग्राम की पुलिस टीम ने काबू कर लिया। इसके साथ ही लूटी गई कार भी बरामद की गई है। चालक को धक्का देकर कार लूट की वारदात बुधवार दोपहर के समय की है।  आरोपियों के खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण, लड़ाई-झगड़ा, जेल में झगड़ा इत्यादि वारदातों को अंजाम देने के आधा दर्जन से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।

थाना बिलासपुर पुलिस को बुधवार को चालक को कार से धक्का देकर कार और मोबाइल फोन लूट सहित लुटेरों के धारूहेड़ा की तरफ फरार होने की सूचना प्राप्त हुई। पुलिस टीम बिना किसी देरी के घटनास्थल पर पहुँच गई जहां पर ललित पुत्र श्री मेवालाल निवासी मंसाराम पार्क उत्तम नगर थाना पश्चिम दिल्ली ने  बताया कि यह कार पर चालक का काम करता है। बुधवार को यह अपनी कार में दो नौजवान लडके द्वारका से आईएमटी मानेसर के लिए किराये पर लेकर आया था। जब यह मानेसर पहुँचा तो कार में बैठे हुए युवकों ने कहा कि हमें हेलीमणडी जाना है , हेलीमण्डी ले चलो। जब वह बिलासपुर चैक पहुँचा तो एक लडके ने पीछे से इसको दबा लिया तथा इसका मोबाईल फोन छीन लिया और दुसरे ने धमकी दी कि गाडी को साईड मे रोक दे नही तो गोली से उडा देगा। इसने जैसे ही गाडी साईड मे रोकी तो उन्होंने इसको धक्का देकर गाडी से बहार गिरा दिया और इसकी कार व मेरे मोबइल फोन को लूट कर धारूहेडा की तरफ भाग गए। उसके बाद इसने किसी रहागीर के फोन से पुलिस को सूचना दी।  

इंस्पेक्टर नवीन पुलिस थाना बिलासपुर की अगुवाई में पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए  अपनी कुशल सूझबूझ से गाड़ी लूटने की वारदात को अन्जाम देने वाले दोनों आरोपियों को कुछ ही घंटों के बाद में गाँव राठीवास (जाट), से काबू करने में बड़ी सफलता प्राप्त की। इनकी पहचान योगेश उर्फ नीतू पुत्र हेमराज निवासी गाँव बादली, जिला झज्जर और सत्यवान पुत्र धर्मपाल निवासी कृष्णा विहार, गली नंबर-2, खैरा रोड़, नजफगढ़ थाना छावला, दिल्ली के रूप में की गई है। पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इन्होंने लूटपाट इत्यादि आपराधिक वारदातों को अन्जाम देने की नियत से कार (हौंडा अमेज) लूटने की वारदात को अन्जाम दिया। लूटी गई कार (होंडा अमेज) भी पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से बरामद किया गया है। आरोपी योगेश के विरुद्ध पहले हत्या, अपहरण, लड़ाई-झगड़ा व जेल में झगड़ा, प्रिजन एक्ट इत्यादि अपराधों के आधा दर्जन से भी अधिक मामले अंकित है और ये पहले भी कई बार जेल जा चुका है।

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