-राकेश टिकैत के साथ आंदोलन की आगामी रणनीति पर कुंडू ने की चर्चा. -सरकार द्वारा प्रायोजित साजिशों से बचते हुए शांतिपूर्ण तरीके से किसान आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे : कुंडू. -किसान और जवान के बीच टकराव से बचना होगा, आंदोलन को हिंसा से बचाना बहुत जरूरी : बलराज कुंडू हिसार / मय्यड़ टोल, 4 जून : किसान आंदोलन में शुरू दिन से बढ़ चढ़कर भाग ले रहे महम विधायक बलराज कुंडू आज हिसार के मय्यड़ टोल किसान धरने पर पहुंचे और किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर आंदोलन के वर्तमान स्वरूप एवं भविष्य की रणनीति को लेकर दोनों नेताओं ने विस्तार से चर्चा की। इसी दौरान दोनों ने साथ बैठकर किसान धरने पर ही लंगर भी छका और कुंडू ने राकेश टिकैत को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। इसी दौरान धरने पर बैठे किसानों एवं मातृशक्ति को सम्बोधित करते हुए कुंडू ने कहा कि हमें सरकार की साजिशों से बचते हुए किसान आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से कामयाबी तक लेकर जाना है। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी सूरत में हिंसा और पुलिस के साथ टकराव से बचना है क्योंकि उससे आंदोलन खराब हो सकता है और सरकार भी इसी तरह के मौकों की तलाश में है ताकि वह किसान आंदोलन को बदनाम कर सके। कुंडू ने कहा कि किसान भाई अपने-पराए को पहचानकर आंदोलन के खिलाफ साजिश करने वालों से सावधान रहें। सरकार के इशारे पर जो बहरूपिये सक्रिय हैं उनसे सचेत और सावधान रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भले ही हमारा संघर्ष लम्बा हो रहा है लेकिन हमें विचलित नहीं होना है। आज 7 महीने हो चुके हैं, सैंकड़ो किसानों की शहादतें हो चुकी हैं लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। बावजूद इसके किसान आंदोलन पूरी एकता एवं 36 बिरादरी के सहयोग समर्थन से निर्बाध आगे बढ़ता जा रहा है जिससे सरकार बेचैन हो उठी है और इसीलिए अब किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए साजिशें रची जा रही हैं जिनके बारे में सभी किसानों का जागरूक रहना बहुत जरूरी है। किसान आंदोलन तभी कामयाब होगा जब हम 36 बिरादरियां पूरी एकजुटता और भाईचारे के साथ संयम के साथ आगे बढ़ेंगे। हमारी एकता और शांति ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। इसी ताकत और जज्बे के बलबुते पर आखिर में किसान आंदोलन की जीत होगी और केंद्र को आखिरकार तीनों काले कानून वापस लेकर एमएसपी की गारंटी का कानून बनाना पड़ेगा। बलराज कुंडू ने टोहाना घटनाक्रम के चलते किसानों की गिरफ्तारी को सिरे से गलत बताया और कहा कि इस तरह से किसानों की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा। हम सब पूरी मजबूती से अपने किसान भाइयों के साथ खड़े हैं। Post navigation मेरे आंसू जनता के आंसू जबकि प्रधानमंत्री के आंसू फर्जी : राकेश टिकैत एचएयू में स्क्रीन पर किसानों ने देखा पीएम का कार्यक्रम, वितरित किए गए पौधे