चंडीगढ़, 3 जून- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुसार ही प्रत्येक जिले में जनसख्या के आधार पर जितने बेड्स होने चाहिए उतने बेड्स, डॉक्टर व अन्य स्टाफ का प्रबंध किया जाएगा ।

      इस संबंध में आज चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 30 या अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन की कमी न रहे। इन अस्पतालों में राष्ट्रीय मानकों के अनुसार सभी बेड को ऑक्सीजन, वेंटीलेटर एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा। इसके साथ की अस्पतालों में क्षमता के आधार पर आईसीयू बेड की संख्या निर्धारित की जाएगी। इसके अलावा सभी चिकित्सकों के लिए रिफ्रैशर कोर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ तथा तकनीकी स्टॉफ को प्रशिक्षित किया जाएगा।

      स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ई-उपचार का विस्तार राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक किया जाए, जिसके डिजिटल डैशबोर्ड द्वारा प्रदेश के सभी अस्पतालों में उपचारात्मक गतिविधियों की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा के लिए प्रदेश के सभी अस्पतालों में कैटरिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। मरीजों को डायटिशियन की सलाह पर उनकी बीमारी के अनुकूल पौष्टिक खाना मुहैया करवाया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हरियाणा के 2021-22 के बजट में 15 प्रतिशत तक की वृद्घि कर रहे हैं ।

      श्री विज ने कहा कि राज्य में केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई ई-संजीवनी उपचार की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त 100 से अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में टेस्टिंग लैब को अपग्रेड किया जाएगा, जोकि एनएबीएल से प्रमाणित होंगी। उन्होनें अस्पतालों के बल्ड बैंकों में बल्ड सेपरेटर मशीने लगाने के निर्देश दिए हैं ताकि रक्त के विभिन्न अंशों को जरूरत के अनुसार मरीजों को उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न जिला में तैनात चिकित्सकों व अन्य स्टाफ़ का रेशनलाइजेशन किया जाएगा और आवश्यकतानुसार पदों का सृजन किया जाएगा ताकि सभी अस्पतालों में उचित एवं योग्य स्टॉफ उपलब्ध करवाया जा सके।

   इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, स्वास्थ्य विभाग अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक श्री प्रभजोत सिंह, एचएमएससी के प्रबन्ध निदेशक डॉ. साकेत कुमार, सीएफडीए मोहम्मद शाईन डीएमईआर डॉ. शालीन सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।

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