पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित कर दी भावभीनी श्रद्धांजलि हिसार : 29 मई – देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह जीवन पर्यन्त किसान व कमेरा वर्ग के हितों व उनके उत्थान के लिए संघर्ष करते रहे। ग्रामीण परिवेश में जन्म लेने व एक साधारण गरीब व किसान परिवार में पले-बढ़े होने के कारण वे किसानों व गरीब लोगों की समस्याओं को भली-भांति जानते थे। यही कारण है कि उन्हें किसानों का सच्चा मसीहा व हितैषी कहा गया। ये विचार चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी.आर. काम्बोज ने कहे। वे शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री की 34वीं पुण्य तिथि पर विश्वविद्यालय में स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के बाद बोल रहे थे। कुलपति ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का मानना था कि किसान जब खेत में मेहनत करके अनाज पैदा करते हैं तभी वह हमारी थालियों तक पहुंच पाता है। देश के विकास का रास्ता गांवों के खेतों व खलिहानों से होकर गुजरता है। जब तक किसानों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होगी देश की प्रगति संभव नहीं है। ऐसे में किसानों का सम्मान करना बेहद जरूरी है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किसानों के जीवन को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास किया। वे जीवन पर्यन्त किसान व कमेरा वर्ग के हितों व उनके उत्थान के लिए संघर्ष करते रहे। कुलपति महोदय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का मानना उनका मानना था कि राष्ट्र तभी संपन्न हो सकता है जब उसके ग्रामीण क्षेत्र का विकास किया गया हो तथा ग्रामीण क्षेत्र की आमदनी अधिक हो। राजनेता के साथ अच्छे लेखक भी थे चरण सिंह उन्होंने कहा कि राजनेता होने के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री एक अच्छे लेखक भी थे। कार्यकाल के दौरान चौधरी चरण सिंह ने देश में किसानों के जीवन और स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए नीतियों का एक समूह पेश किया। कुलपति ने कहा कि यह विश्वविद्यालय जिसके साथ चौधरी चरण सिंह का नाम जुड़ा है, उनकी नीतियों के अनुरूप देश के कृषि विकास के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा यदि हम चौधरी चरण सिंह द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर ईमानदारी व निष्ठापूर्वक कार्य करते हुए देश, प्रदेश तथा किसानों की प्रगति में अपना योगदान देते हैं तो यह इस महान नेता के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठाता व निदेशकों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम समारोह में कोरोना महामारी के चलते सामाजिक दूरी, सेनिटाइजेशन व मास्क का विशेष ध्यान रखा गया। Post navigation चौधरी चरणसिंह की पुण्यतिथि 29 मई पर विशेष…….. चौधरी चरणसिंह : एक सच्चा राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री एंकरिंग से खुद के ही व्यक्तित्व को खोजती हूं : भूमिका शर्मा