50 किलो वाले कट्टे की जगह 45 किलो प्रति कट्टा किसानों को दे रही है. 1200 रूपए प्रति कट्टा सब्सिडी, जनता की आंखों मे धूल झोंकने का एक भ्रामक प्रचार. सरकार किसानों के हित में है तो तुरंत प्रभाव से आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को मान कर आंदोलन को समाप्त करे

चंडीगढ़, 21 मई: प्रदेश के कृषि मंत्री द्वारा खाद सब्सिडी से प्रदेश के किसानों को 850 करोड़ का फायदा बताने के बयान को पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने बेहद बचकाना बताते हुए कहा कि यह जनता की आंखों में धूल झोंकने के अलावा और कुछ नहीं है। भाजपा सरकार किसानों को डीएपी खाद पहले से ही महंगी दे रही है। खाद में प्रति कट्टा 5 किलो की कटौती कर के डीएपी के 50 किलो वाले कट्टे की जगह 45 किलो प्रति कट्टा किसानों को दे रही है।

जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से लगातार हर साल मंडियों में कभी धान में नमी, कभी गेहंू, बाजरा एवं सरसों की खरीद, के नाम पर किसानों को लूट रही है। अब 1200 रूपए प्रति कट्टा सब्सिडी देने का भ्रामक प्रचार करके जनता की आंखों में धूल झोंकने में लगे हैं जबकि यह सब उत्पादक कंपनियों को भारी मुनाफा देने का खेल है। पहले इन्हीं खाद उत्पादक कंपनियों को 500 रूपए दिए जाते थे अब 700 रूपए और बढ़ा कर 1300 रूपए दिए जा रहे हैं।

इनेलो नेता ने कहा कि जो पार्टी सत्ता में होते हुए किसानों को आंदोलन करने पर मजबूर किए हुए है और बजाय उनकी कृषि कानूनों को खत्म करने जैसी जायज मांगों को मानने के उन्हे आतंकवादी और देशद्रोही साबित करने की भरपूर कोशिश करती आ रही है वो किसानों के हितैषी कैसे हो सकते है? भाजपा-गठबंधन सरकार लुटेरों का एक गिरोह है जो दोनों हाथों से प्रदेश को लूटने में लगे हैं और अब किसान हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं। अगर यह सरकार किसानों के हित में है तो तुरंत प्रभाव से आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को मान कर आंदोलन को समाप्त करे और बार्डर पर धरने पर बैठे किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके और उनकी सुरक्षित घर वापसी करवाई जा सके।

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