Haryana Chief Minister Mr. Manohar Lal addressing Digital Press Conference regarding preparedness to tackle Covid-19 in the State at Chandigarh on March 23, 2020.

निजी अस्पतालों के खातों में डाली जा रही है 42 हजार रुपये की राशि
मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ के लिए अब तक 16799 लाभार्थियों ने करवाया पंजीकरण
राज्य में प्रतिदिन कोरोना के नए सक्रिय मामलों की संख्या 10,000 से कम हुई
कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या पहुंची लगभग 15,000 के पास

चंडीगढ़, 19 मई- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सत्ता में आने के बाद निरंतर गरीबों व जरुरतमंदों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ उनके कल्याण के लिए अहम कदम उठाए हैं। कोरोना के संकट काल में भी अपनी इस प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने गरीब परिवारों को कोरोना के उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। इन घोषणाओं के अनुरूप बीपीएल परिवारों को कुल मिलाकर 42000 रुपये की आर्थिक मदद मिल रही है। साथ ही, 18 से 50 वर्ष की आयु के व्यक्ति की 1 मार्च, 2021 से 31 मई, 2021 के बीच कोविड-19 महामारी से मृत्यु होने पर बी.पी.एल. परिवार को 2 लाख रुपये की राशि का एक्सग्रेशिया अनुदान भी दिया जाएगा।

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन या आईसीयू बैड पर उपचाराधीन कोरोना के मरीज के इलाज के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 1000 रुपये या अधिकतम 7000 रुपये तक की राशि निजी अस्पताल को दी जा रही है। साथ ही, प्रदेश में कुछ बी पी एल परिवार ऐसे भी हैं, जो किन्ही तकनीकी करणों से आयुष्मान भारत योजना में कवर नहीं हो सके हैं, ऐसे परिवारों के मरीज को प्रतिदिन 5000 रुपये की दर से सात दिन के लिए 35,000 रुपये  और अन्य खर्च के रूप मे 7000 रुपये की मदद दी जा रही है। कुल मिला कर 42000 रुपये की राशि निजी अस्पतालों के खाते में डाली जाएगी। इसी प्रकार, होम आइसोलेशन में उपचाराधीन बीपीएल परिवारों के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकार प्रति मरीज 5000 रुपये देगी।

प्रवक्ता ने बताया के मुख्यमंत्री के निर्देशाुनसार सभी जिला उपायुक्त इन योजनाओं की निगरानी कर रहे हैं। इसके लिए HRheal पोर्टल पर निजी और सरकारी अस्पतालों में उपचाराधीन कोविड मरीजो का डाटा निरन्तर अपडेट किया जा रहा है। इस कार्य के लिए हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस पोर्टल को आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ा जा रहा है। निजी अस्पतालों ने इस पोर्टल पर अब तक बीपीएल परिवारों के 500 मरीजों का डाटा अपलोड किया है।

उन्होंने बताया कि बी.पी.एल. अथवा 1.80 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवार के 18 से 50 वर्ष की आयु के व्यक्तियों का मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत ऑनलाइन पोर्टल पर 15 मई से पंजीकरण शुरू किया गया है। इनके लिए प्रति व्यक्ति 330 रुपये बीमा प्रीमियम का भुगतान/प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा की जाएगी। ऐसे व्यक्ति के परिवार को कोविड सहित किसी भी कारण से मृत्यु के मामले में 2 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाएगा। यह क्षतिपूर्ति योजना 31 मई, 2021 के बाद मृत्यु के मामले में लागू होगी। इसके अलावा, 18 से 50 वर्ष की आयु के व्यक्ति की 1 मार्च, 2021 से 31 मई, 2021 के बीच कोविड-19 महामारी से मृत्यु होने पर बी.पी.एल. परिवार को 2 लाख रुपये की राशि का एक्सग्रेशिया अनुदान दिया जाएगा। इन योजनाओं से 18 से 50 वर्ष की आयु के 4,51,073 बी.पी.एल. परिवारों के 8,86,605 सदस्यों को लाभ मिलेगा।

‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ के लिए पोर्टल https://cm-psy.haryana.gov.in पर पंजीकरण 15 मई, 2021 से पुनः खोला गया है। पंजीकरण सीधे लाभार्थी द्वारा या सी.एस.सी./स्थानीय ऑपरेटर के माध्यम से ऑनलाइन किया जा सकता है। इस पोर्टल पर आज 3 बजे तक 16799 लाभार्थियो ने ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है।

सरकार द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं

कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिए अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा स्वयं राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा करने से लेकर अस्पतालों में बैड की संख्या बढ़ाने और ऑक्सीजन की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए युद्धस्तर किए जा रहे प्रभावी प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। एक ओर जहां लगभग 23 दिनों के बाद राज्य में प्रतिदिन कोरोना के नए सक्रिय मामलों की संख्या 10,000 से कम हुई है, वहीं दूसरी ओर कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगभग 15,000 तक पहुंच गई है, जो राहत की बात है।

प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना के मामलों में अचानक हो रही वृद्धि को रोकने के लिए राज्य सरकार ने महामारी अलर्ट- सुरक्षित हरियाणा की घोषणा की थी, जिसके बाद लगातार कोरोना के मामले घट रहे हैं। प्रदेश में विभिन्न मेडिकल काॅलेजों, सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में कुल 13,949 ऑक्सीजन बेड और कुल 5,350 वेंटीलेटर/आई.सी.यू. बेड की व्यवस्था है।

जरूरतमंद मरीजों को उनके घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा दी जा रही है

होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे प्रत्येक जिले के जरूरतमंद मरीजों को उनके घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने की मुख्यमंत्री द्वारा अनूठी पहल शुरू की गई है। इसके लिए ऐसे सभी मरीज www.oxygenhry.in पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाएं। 9 मई से शुरू हुई इस पहल के तहत इस पोर्टल पर अब तक 374 समाजसेवी संस्थाओं का घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलैण्डर की सप्लाई के लिए पंजीकरण हो चुका है। पोर्टल पर कुल 14,678 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 8,979 आवेदकों के घर ऑक्सीजन सिलैण्डर पहुंचाया जा चुका है तथा 389 आवेदकों के घर शीघ्र ही ऑक्सीजन सिलैण्डर पहुंचा दिया जाएगा।

गांवों में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए टेस्ट, ट्रैक एण्ड ट्रीट रणनीति अपनाई

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए टेस्ट, ट्रैक एण्ड ट्रीट रणनीति अपनाते हुए राज्य सरकार ने गांवों में डोर टू डोर कोरोना स्क्रीनिंग के लिए हरियाणा विलेजर्स जनरल हैल्थ चेकअप स्कीम शुरू की है। इस कार्य के लिए टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम 500 घरों में डोर-टू-डोर विजिट करके कुल 40 लाख ग्रामीण घरों में स्वास्थ्य की जांच करेगी। हरियाणा विलेजर्स जनरल हैल्थ चेकअप स्कीम के तहत अब तक टीमें 3011 गांवों में जा चुकी हैं और 21,60,522 लोगों की जांच की जा चुकी है।

इसके अलावा, प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 5 से 20 डी-टाईप ऑक्सीजन गैस सिलैण्डर का प्रबंध किया जाएगा।

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