— भाजपा सरकार और संगठन अपने कर्तव्य पूर्ति में जी-जान से जुटे   

  गुरुग्राम। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा ने हिसार में तथाकथित किसानों द्वारा पुलिस पर पथराव अस्पताल को तोड़ने की कोशिश की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर तथाकथित किसान उपद्रव करने पर तुले हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन के नाम पर गुरनाम सिंह  चढूनी और राकेश टिकैत जैसे सियासत के पिटे हुए मोहरे ओछी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा ऐसे समय में जब चारों ओर जिंदगी से जंग लड़ी जा रही है, चारों ओर जीवन बचाने की जद्दोजहद की जा रही है ऐसे में आंदोलन के नाम पर राजनीति किसी को शोभा नहीं देती। इस जंग में सब को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। लेकिन विपक्ष की शह पर चढ़ूनी और राकेश टिकैत जैसे पिटे मोहरे तथाकथित किसानों को आगे कर आपदा में अपनी सियासत चमकाने का अवसर ढूंढ रहे हैं।

उन्होंने कहा की विपदा कि इस भयंकर गाड़ी में भाजपा की सरकार और संगठन दोनों ही जनकल्याण के कार्यों में जुटे हैं। सरकार की ओर से कोरोना से जंग जीतने की बेहतर व्यवस्था की जा रही है। इस कड़ी में कॉमेडी सेंटर खोलने से लेकर अस्पताल में बेड बढ़ाने, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाने तथा अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है।कोरोना से जंग के लिए हिसार-पानीपत में 500 बेड के अस्पताल बनाए गए। फरीदाबाद गुड़गांव में भी विशेष व्यवस्थाएं की गई है।

उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बारे में सब अवगत थे लेकिन दूसरी लहर एकदम से इतनी बड़ी सुनामी की तरह आएगी यह किसी के जेहन में नहीं था। अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है तो सरकार तीसरी लहर के आने से पहले ही तमाम बंदोबस्त करने में जुटी है। सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया गया है। अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा रहे हैं। सरकार के साथ-साथ भाजपा का पूरा संगठनात्मक ढांचा भी इस रिश्ता के दौर में पीड़ितों के साथ जरूरतमंदों की हर संभव सहायता करने में जुटा है। भाजपा की ओर से सेवा रसोई में जरूरतमंदों को तीनों समय का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कार्यकर्ताओं की ओर से कोरोना पीड़ितों को ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर, दवाएं आदि समय पर उपलब्ध करवाई जा रही है। भाजपा का युवा मोर्चा प्लाज्मा डोनेशन के लिए काम कर रही है। आज जीवन रक्षा की लड़ाई लड़ी जा रही है। आज लोगों की जान बचाने की जद्दोजहद चल रही है। लेकिन विपक्ष की ओर से लोगों  में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। विपदा की इस घड़ी में कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही है – सत्ता से दूर रहकर बिलबिलाता विपक्ष लोगों को गुमराह करने पर तुला है।

किसान नेताओं का चोला पहने कुछ सियासत के बेटे मोहरे लोगों को भड़का रहे हैं। ऐसे किसान नेता चुनाव लड़ कर देख लें। उन्होंने कहा कि विरोध के लिए विरोध सही नहीं है। एक तबका राजनीति से बाज नहीं आ रहा है। इन लोगों को यह समझना चाहिए कि यह छोटी और ओछी  राजनीति का समय नहीं है।  राजनीतिक मतभेद से ऊपर उठने का वक्त है। लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन लोकतंत्र में हिंसा की जगह नहीं होती।

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