कोविड हेल्थ सेंटर की डीसी के द्वारा 48 घंटे के अंदर मंजूरी. डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर को 11 मई को किया था आवेदन फतह सिंह उजाला पटौदी । गुरुग्राम सिटी से बाहर देहात के इलाके में कोरोना कॉविड 19 के तेजी से पांव फैलाने के दौरान पटौदी क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है । अब आश्रम हरी मंदिर परिसर में स्थित स्वामी अमरदेव अस्पताल में जिला प्रशासन के द्वारा डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर की अनुमति प्रदान कर दी गई है । इस प्रकार से पटौदी शहर में उपलब्ध पटौदी के नागरिक अस्पताल के अलावा शहर में ही कोरोना पीड़ितों को अपने उपचार अथवा स्वास्थ्य लाभ के लिए एक और अतिरिक्त कोविड हेल्थ सेंटर की सुविधा उपलब्ध हो गई है । इस संदर्भ में उनलब्ध जानकारी के मुताबिक स्वामी अमरदेव अस्पताल प्रबंधन की तरफ से 11 मई मंगलवार को स्वामी अमरदेव अस्पताल में डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर स्थापित करने की अनुमति मांगी गई थी। जिला गुरुग्राम में कोरोना कोविड-19 को लेकर जो हालात बने हुए हैं, वही जिला की लगाम स्वयं सीएम मनोहर लाल खट्टर के द्वारा अपने हाथ में ली गई है इन्हीं सब बातों को कथित रूप से ध्यान में रखते हुए जिला उपायुक्त के द्वारा 48 घंटे के दौरान ही आश्रम हरी मंदिर पटौदी में स्थापित स्वामी अमरदेव अस्पताल के प्रबंधन को यहां पर डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर स्थापित करने की अनुमति सशर्त प्रदान कर दी गई है। पत्र क्रमांक 1925 एमबी 13 मई 2021 के मुताबिक स्वामी अमरदेव अस्पताल प्रबंधन को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर स्थापित करने की मंजूरी प्रदान कर दी गई है । इसकी सूचना गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर, गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर, गुरुग्राम सिविल सर्जन और पटौदी के एसडीएम नागरिक को आवश्यक कार्यवाही के लिए प्रेषित की गई है । जिला उपायुक्त के द्वारा स्वामी अमरदेव अस्पताल में डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर स्थापित करने की अनुमति के साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना करना सुनिश्चित किया गया है । जिला उपायुक्त के द्वारा दी गई स्वीकृति के पत्र के मुताबिक भारत सरकार और हरियाणा सरकार द्वारा कोविड-19 के संबंध में समय-समय पर जारी किए गए सभी दिशा निर्देशों का पालन भी स्वामी अमरदेव अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर संचालकों को करना होगा । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कोविड-19 सेंटर को अपने स्तर पर योग्य डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल उपकरण, मेडिकल ऑक्सीजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है । वही किसी भी प्रकार की दुर्घटना के लिए कोविड हेल्थ सेंटर आवेदक स्वयं जिम्मेदार होगा और उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जा सकती है । डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर को आरंभ करने से पहले आवेदक को फायर एनओसी भी प्राप्त करनी होगी । बहरहाल कुल मिलाकर मौजूदा समय में पटौदी नागरिक अस्पताल पर जहां कोरोना पीड़ितों के उपचार का एक प्रकार से बोझ सा बना हुआ है , वही बोहड़ाकला के जय महाकाल जेएमके अस्पताल में कोविड-19 आइसोंलेशन सेंटर के आरंभ होने में भी समय लगना तय है । ऐसे में स्वामी अमरदेव अस्पताल में डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर निश्चित ही कोरोना कॉविड 19 पीड़ितों अथवा रोगियों के लिए बेहद उपयोगी और जीवनदायी साबित हो सकेगा। Post navigation महामारी में सरकार देश को दिशा दिखाए, पीठ नही : सुनीता वर्मा गांव हाजीपुर में एक साथ 15 कोरोना संक्रमित, हड़कंप