चण्डीगढ 13 मई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के प्रत्येक गांव में सेनीटाईजेशन करवाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आज यहां गंावों में घर-घर स्क्रीनिंग एवं सामान्य स्वास्थ्य जांच करवाए जाने की योजना की समीक्षा करने के लिए उपायुक्तों एवं नोडल अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला भी उपस्थित रहे और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज वीसी के माध्यम से जुड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य जांच करने के लिए 8 हजार टीमों का गठन किया गया है, जिनमें से एक हजार टीमें शीघ्र ही सक्रिय ढंग से कार्य करना आरम्भ कर देंगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 10 दिन के अन्दर हर गांव के प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग एवं सामान्य स्वास्थ्य जांच करवा ली जाए।  

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए गांवों के लिए यह व्यवस्था बनाई गई है ताकि इस पर जल्द से जल्द नियंत्रण पाया जा सके। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को ऑक्सीजन सिलेण्डर रीफिलिंग की होम डिलिवरी समय से कराने की व्यवस्था करें। जिस मरीज ने निर्धारित पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया है, उसे जल्द से जल्द सिलेण्डर मिलना चाहिए। इसके लिए जरूरत हो तो पीसीआर की सुविधा भी ली जाए। उन्होंने कहा कि जिन होम आईसोलेशन मरीजों के पास ऑक्सीजन सिलेण्डर नहीं हैं, ऐसे रोगियों के लिए संबधित उपायुक्त अपने स्तर पर सिलेण्डर की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी क्षमता अनुसार उपयोग में लाए जाएं।

उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग से 20-20 गाडिय़ां हर जिले में दी जा चुकी हैं और रोड़वेज की 5-5 मिनी बसें एम्बुलेंस में बदलकर दे दी गई है। इसलिए किसी भी मरीज को कोई भी परेशानी ट्रासंपोर्ट संबंधी नहीं आनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों में कोविड नियंत्रण के लिए आईसोलेशन सेंटर एवं अन्य व्यवस्थाएं करने के लिए फण्ड जारी कर दिया गया है। सबंधित अधिकारी जल्द से जल्द   गांव-गांव का सेनीटाईजेशन करवाएं और साथ ही मलेरिया को ध्यान में रखते हुए फोगिंग की व्यवस्था भी करें। उन्होंने कहा कि प्राईवेट अस्पतालों में कुछ बेड रेफरल केस के लिए निर्धारित रखें। पानीपत व हिसार में कोविड अस्पताल शीघ्र ही कार्य करना आरम्भ कर देंगे। इन अस्पतालों में भी आसपास के जिलों के रेफरल केस भेजे जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिन से लगातार कोविड रोगियों की सख्ंया में कमी आ रही है। इसके बावजूद हमें और सतर्कता से कार्य करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रत्येक जिले से गांवों में होट स्पॉट की संख्या भी जानी और आवश्यक व्यवस्थाएं जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों के दूर दराज इलाकों में रहने वालों को वेक्सिन लगाने के लिए विशेष योजना बनाने और जिन्हें दूसरी डोज लगनी है उन्हें प्राथमिकता देने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो प्राईवेट अस्पताल कोविड रोगियों से सरकार द्वारा निर्धारित रेट से ज्यादा ले रहे हैं और ऐसे अस्पतालों के खिलाफ शिकायत आती हैं तो तुरंत केस दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों को हरियाणा के रोगियों को दाखिल करने पर एक हजार रुपए प्रति व्यक्ति प्रति दिन के हिसाब से राशि दी जाएगी। इसके लिए अस्पतालों को रोगी का एडमिशन एवं डिस्चार्ज एचआरहील  (HRHeal) ) पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है।

इस दौरान हरियाणा के मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन ने सभी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में कोविड में कार्य कर रही नर्सों एवं अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए खाने एवं ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कोविड से लड़ाई में फ्रंट लाईन में कार्य करने वाले कर्मचारियों के परिजनों से सीधे सम्पर्क स्थापित करके उनके लिए जरूरी व्यवस्थाएं करने को भी कहा। साथ ही, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षकों को कहा कि वे फिल्ड में जाकर लोगों की समस्याएं जाने।

बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, एसीएस श्री पी के दास, श्री आलोक निगम, श्री राजीव अरोड़ा, श्री ए के सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डा. अमित अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।  

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