Haryana Chief Minister, Sh. Manohar Lal presiding over a high-level meeting with Cabinet, State Ministers and Administrative Secretaries regarding COVID-19 situation in the State, at Chandigarh on May 12, 2021.
मंत्रियों व प्रशासनिक सचिवों से कोरोना नियंत्रण की आगामी रणनीतियों के लिए मांगे सुझाव और फीडबैक
मुख्यमंत्री ने दिए ग्रामीण क्षेत्रों में आइसोलेशन सेंटर, टेस्टिंग लैब्स स्थापित करने और व्यापक टीकाकरण अभियान चलाने के निर्देश
जल्द ही हरियाणा परिवहन की और बसों को भी एंबुलेंस और अस्पताल में किया जाएगा तब्दील- मुख्यमंत्री
इन बसों को पीएचसी और सीएचसी के नजदीक किया जाएगा तैनात- मुख्यमंत्री
Haryana Chief Minister, Sh. Manohar Lal presiding over a high-level meeting with Cabinet, State Ministers and Administrative Secretaries regarding COVID-19 situation in the State, at Chandigarh on May 12, 2021.

चंडीगढ़, 12 मई – वैश्विक कोरोना महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए हरियाणा सरकार अथक प्रयास कर रही है ताकि राज्य में हर कीमती जान को बचाया जा सके। प्रदेश सरकार अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाने, प्रदेश में नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने, आइसोलेशन सेंटर और कोविड केयर सेंटर स्थापित करने जैसी निरंतर नई-नई व्यवस्थाएं कर रही है, ताकि मरीजों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इस दिशा में अब प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए घर-घर जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच करने के लिए मल्टीडिसिप्लीनरी टीमों का गठन किया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज यहां सभी कैबिनेट व राज्य मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और विभिन्न विभागों के प्रशासनिक सचिवों के साथ राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति के नियंत्रण के उपायों बारे समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कैबिनेट और राज्य मंत्रियों, विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, जिन्हें विशेष रूप से जिलों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और दवाओं की उपलब्धता के संबंध में कोविड प्रबंधन उपायों के समन्वय और निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, से सुझाव और प्रतिक्रियाएं भी मांगी। सभी ने अपने-अपने जिलों में कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों की वर्तमान स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी वायरस का प्रसार दिखने लगा है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके अलावा, जो कोविड मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें विशेष तौर पर तैयार होम आइसोलेशन किट वितरित की जाएगी।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि गांवों में कोरोना टेस्टिंग के लिए 8,000 मल्टीडिसिप्लीनरी टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम घर-घर जाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। जो मरीज गंभीर नहीं हैं, उन्हें घर पर ही आइसोलेट किया जाएगा। यदि किसी के घर पर आइसोलेशन की सुविधा नहीं है तो उसे गांव में ही बनाए गये आइसोलेशन सेंटर में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इन टीमों को विशेष मेडिकल किट दी गई है, जिसमें आवश्यक दवाइयां, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और अन्य उपकरण हैं। इन किट को होम आइसोलेशन वाले कोरोना मरीजों को वितरित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इन टीमों को निर्देश दिए गए हैं कि जिन व्यक्तियों में कोविड-19 के गंभीर लक्षण दिखते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में दाखिल किया जाना चाहिए।

हर गांव में आइसोलेशन सेंटर बनाए जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर गांव में विकास एवं पंचायत विभाग और स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर आइसोलेशन सेंटर बनाएंगे। इन सेंटर में ऑक्सीमीटर, स्टीमर, थर्मामीटर, ब्लड प्रेशर चेकिंग मशीन व कोरोना चिकित्सा से संबंधित आवश्यक दवाओं व उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी ताकि कोरोना महामारी की दूसरी लहर से गांव स्तर पर ही मजबूती के साथ लड़ा जा सके। इसके अलावा, ग्रामीण घरों में उपचाराधीन कोरोना मरीजों को आइसोलेशन किट दी जाएगी ।

हरियाणा रोडवेज की और बसों को किया जाएगा एंबुलेंस और अस्पताल में तब्दील
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हरियाणा राज्य परिवहन की 110 मिनी बसों को एम्बुलेंस के रूप में बदला गया है । प्रत्येक जिले में 5 एम्बुलेंस भेजी जा रही हैं। इनके अतिरिक्त, जल्द ही और मिनी बसों को एम्बुलेंस के रूप में बदलकर गांवों में भेजा जाएगा, जिन्हें पीएचसी व सीएचसी के निकट तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज की 25 बसों को अस्पतालों में तबदील करने का भी निर्णय लिया गया है। ये बसें ऑक्सीजन सहित अन्य प्राथमिक सुविधाओं से लैस होंगी तथा ये बसें गांवों का दौरा कर मरीजों को ऑक्सीजन व स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुचाएंगी।

प्रतिदिन 60,000 टेस्ट करने का लक्ष्य
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोविड-19 मामलों में वृद्धि को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब प्रति दिन लगभग 60,000 टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य जांच अभियान के दौरान, आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ-साथ रैपिड एंटीजन टेस्ट पर भी अधिक ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, पूरे राज्य में मौजूदा प्रयोगशालाओं की परीक्षण क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ जल्द ही मॉलिक्यूलर परीक्षण प्रयोगशालाओं को स्थापित किया जाएगा।

कोरोना महामारी में दी जा रही राहत
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन या आई.सी.यू. बेड पर उपचाराधीन कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकार प्रतिदिन प्रति मरीज 1,000 रुपये या अधिकतम 7,000 रुपये तक की राशि प्राइवेट अस्पताल को देगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन या आई.सी.यू. बेड पर उपचाराधीन बी.पी.एल. परिवारों के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकार प्रतिदिन प्रति मरीज 5,000 रुपये सबसिडी देगी । इसके अतिरिक्त, प्रतिदिन प्रति मरीज 1,000 रुपये या अधिकतम 7,000 रुपये तक की राशि दी जाएगी, यह राशि अधिकतम 7 दिनों तक दी जाएगी, जोकि कुल मिलाकर 42,000 रुपये बनती है।  यह राशि सीधे प्राइवेट अस्पतालों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। यह सहायता प्रदेश के उन बी.पी.एल. परिवारों को दी जाएगी, जिनका किसी कारणवश ‘आयुष्मान भारत योजना’ के अंतर्गत पंजीकरण नहीं हो पाया है।

उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में भी उपचाराधीन बी.पी.एल. परिवारों के कोरोना मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकार प्रति मरीज 5,000 रुपये देगी । इसके अलावा, ए.ए.वाई., बी.पी.एल. और ओ.पी.एच. राशन कार्ड धारकों को वितरित की जा रही आवश्यक खाद्य वस्तुओं के अतिरिक्त मई व जून महीने में 5 किलोग्राम गेहूं प्रति सदस्य नि:शुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा । इससे प्रदेश के लगभग 1 करोड़ 13 लाख लोगों को फायदा होगा।

ऑक्सीजन की उपलब्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सचिवालय, चंडीगढ़ में ऑक्सीजन सप्लाई की निगरानी के लिए राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बनाया गया है। साथ ही, प्रत्येक जिले में होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे जरूरतमंद मरीजों को उनके घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलैण्डर की सप्लाई 9 मई से शुरू कर दी गई है। इसके लिए मरीजों या उनके परिजनों को  www.oxygenhry.in पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। इस पोर्टल पर अब तक कुल 4,393 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 1502 आवेदकों के घर ऑक्सीजन पहुंचाया जा चुका है तथा 1326 आवेदकों के घर भी ऑक्सीजन सिलैण्डर पहुंचा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल पर 363 समाजसेवी संस्थाओं ने घरद्वार पर ऑक्सीजन सिलैण्डर की सप्लाई के लिए पंजीकरण करवाया है, जिनमें से अभी तक 332 समाजसेवी संस्थाओं का पंजीकरण स्वीकृत हो चुका है।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश का ऑक्सीजन कोटा 156 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 282 मीट्रिक टन कर दिया गया है। प्रदेश में अलग-अलग 6 जगहों राउरकेला, अंगुल, जमशेदपुर, पानीपत, हिसार और रूडक़ी से लगभग 240 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन आ रही है। ऑक्सीजन बनाने के पीएसए तकनीक आधारित 6 प्लांट्स में उत्पादन शुरू हो गया है।

निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य  सुविधाओं के रेट किए गए फिक्स
श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य के निजी अस्पतालों में उपचार करवाने वाले कोरोना मरीजों के लिए बेड व अन्य सुविधाओं के रेट फिक्स किए गए हैं।  सरकार ने एनएबीएच व जेसीआई मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड के 10,000 रुपये, बिना वेंटीलेटर के आईसीयू बेड के 15,000 रुपए तथा वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड के 18,000 रुपये प्रतिदिन की दर से रेट तय किए हैं। इसी प्रकार, बिना एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड के 8,000 रुपये, बिना वेंटीलेटर के आईसीयू बेड के 13,000 रुपये तथा वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड के 15,000 रुपये प्रतिदिन की दर से रेट तय किए हैं।

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