चंडीगढ़,09 मई – हरियाणा के झज्जर जिला के गांव दूबलधन निवासी आजाद हिंद फौज के सिपाही और स्वतंत्रता सेनानी समिति के चेयरमैन रहे श्री ललती राम का रविवार को निधन हो गया। लगभग 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी ने आज प्रात: अंतिम सांस ली। गांव दूबलधन में झज्जर जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में स्व.ललती राम को कोविड प्रोटोकॉल के तहत राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

स्वतंत्रता सेनानी स्व. ललती राम के निधन पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने ट्वीट करते हुए वीर सिपाही को सलाम किया और शोक जताया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व इस दुख की घड़ी में शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करे।

गौरतलब है कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस की सेना में सिपाही रहे स्वतंत्रता सेनानी ललती राम का जन्म 01 जनवरी, 1921 को दूबलधन गांव में हुआ। जीवन काल में अलग-अलग समय में राष्ट्रपति सहित अन्य महान शख्सियतों ने स्व. श्री ललती राम को सम्मानित कर उनका मान बढ़ाया। आजाद हिंद फौज की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हुए मुख्य कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ मंच सांझा किया था। श्री ललती राम हरियाणा स्वतंत्रता सेनानी समिति के चेयरमेन भी रहे। आजाद हिंद फौज के वीर सिपाही ललती राम सिंगापुर और हांगकांग की जेल में भी रहे और आइएनए में रहते हुए उन्हें बहादुरी के लिए तीन मेडल मिले थे। वे अंबाला, सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड, जापान, कोलकाता (जगरकचा) जेल में भी रहे।

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