मुनाफाखोरों ने आपदा को लूट का अवसर बनाया, बहुत ही शर्मनाक स्थिति : विद्रोही

-जब राजा ही लुटेरा, क्रूर, असंवेदनशील हो तो कालाबाजारियों, जमाखोरों, अराजक तत्वों में लूट की प्रवृत्ति बढना तय है : विद्रोही -अस्पतालों में मरीज को बैड, आक्सीजन, वेटिलेंटर आदि के नाम पर लूटा जा रहा है। कोरोना आपदा में सत्तारूढ़ नेताओं व आमजनों में जो लूटमारी की होड़ मची है, वह क्रूरता, असंवेदनशीलता की हद हे : विद्रोही

रेवाड़ी, 2 मई 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश ने आरोप लगाया कि केन्द्र की मोदी-भाजपा सरकार व हरियाणा की भाजपा-जजपा खट्टर सरकार का क्रूर, असंवेदनशील चेहरा तो बेनकाब हुआ ही है, साथ में मुनाफाखोरों ने जो आपदा को लूट का अवसर बनाया है, वह बहुत ही शर्मनाक स्थिति है।

विद्रोही ने कहा कि कोरोना आपदा को प्रधानमंत्री मोदी ने अवसर बताकर बहुत जुमलेबाजी कीे, पर लोगों को नही पता था कि मोदीजी आपदा को लूट का अवसर मानकर देश में ऐसी लूट को अप्रत्यक्ष रूप से बढावा दे रहे है जो अकल्पनीय है। मोदी सरकार-संघीयों व पंूजीपतियों का नापाक गठजोड़ तो कोरोना में आपदा में भारी लूट करके अपने वारे-न्यारे कर रहे है। जब पूरा देश कोरोना में आर्थिक संकट से जूझकर बदहाल है, तब भी संघीयों व चंद पूंजीपतियों की तिजौरियां बेहताशा ढंग से भरी है जो सत्ता दुरूपयोग से लूट के बिना संभव नही। मोदी सरकार की आपदा में लूट की इस प्रवृत्ति का ही यह दुष्परिणाम है कि यह लूट शहर-शहर, गांव-गांव तक जा पहुंची है।

विद्रोही ने कहा कि कोरोना आपदा में ऑक्सीजन गैस, रेमडेसिविर व अन्य जीवनदायी दवाओं की भारी कालाबाजारी हो रही है। अस्पतालों में बैड की कमी के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है। अब तो हालत यह हो गई है कि मौत के बाद भी लूट पीछा नही छोड़ रही है। रेवाडी जैसे छोटे से शहर में एम्बूलैंस ड्राईवरों का कोरोना मरीजों का शव दाह-संस्कार के मात्र आधे से एक किलोमीटर तक शमशान में पहुंचाने के लिए ही तीन से चार हजार रूपये वसूले जा रहे है। कोरोना मरीजों के दाह-संस्कार के नाम पर शमशान में लकड़ी के नाम पर व दाह-संस्कार के नाम पर पंडित भी भारी लूट कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि कोरोना मरीज भर्ती के लिए एक शहर से दूसरे शहर भटक रहे है और गंभीर मरीजों से एम्बूलैंस ड्राईवर एक किलोमीटर का ही 300 से 400 रूपये वसूल रहे है जो लूट की इंतहा है। वही ऑक्सीजन गैस व दवाओं की कमी से कालाबजारी का जो रास्ता खुला है, वह लूट अकल्पनीय है। अस्पतालों में मरीज को बैड, आक्सीजन, वेटिलेंटर आदि के नाम पर लूटा जा रहा है। कोरोना आपदा में सत्तारूढ़ नेताओं व आमजनों में जो लूटमारी की होड़ मची है, वह क्रूरता, असंवेदनशीलता की हद हे।

विद्रोही ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार के पास हैल्थ ढांचा मजबूत करने का कोरोना काल में 8 से 9 माह का समय था, पर संघी सरकार ने जुमलेबाजी के सिवाय कुछ नही किया। आज जब ऑक्सीजन की कमी से प्रदेश में अस्पतालों में लोग मर रहे है, तब कहीं जाकर हरियाणा सरकार को सरकारी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट लगाने का ख्याल आया है जो बताता है कि सरकार कितनी नकारा है।

विद्रोही ने कहा कि जब राजा ही लुटेरा, क्रूर, असंवेदनशील हो तो कालाबाजारियों, जमाखोरों, अराजक तत्वों में लूट की प्रवृत्ति बढना तय है और आज देश व हरियाणा में यही हो रहा है। जब जिसको भी अवसर मिल रहा है जमकर लूट रहा है और इस लूट को रोकने वाला दूर-दूर तक कोई नजर नही आ रहा है। 

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