सरकार हर कोरोना मरीज को बिना देरी के बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करवाए – भूपेंद्र हुड्डा
कोरोना संक्रमण के बाद स्वास्थ्य में सुधार होने पर अस्पताल से मिली छुट्टी
शुभकामनाओं के लिये हरियाणावासियों, शुभचिंतकों, डॉक्टर्स, नर्सिंग व पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ ही अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया

1 मई, चंडीगढ़ः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कोरोना संक्रमण के बाद स्वास्थ्य में सुधार होने पर अस्पताल से छुट्टी मिल गई और वो घर आ गए हैं। उनकी धर्मपत्नी आशा हुड्डा को भी आज अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हुड्डा ने शुभकामनाओं के लिये हरियाणावासियों, शुभचिंतकों, डॉक्टर्स, नर्सिंग व पैरा मेडिकल स्टाफ के साथ ही अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया। एक बयान जारी कर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उनके स्वास्थ्य में अब सुधार है। बहरहाल डॉक्टर्स ने एहतियात के तौर पर कुछ दिन के लिए होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है। हुड्डा ने आम जनता से भी एहतियात बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी को कड़ाई के साथ कोरोना गाइडलाइंस की पालना करनी चाहिए। बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले, मास्क और साफ-सफाई के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ख्याल रखें।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कोरोना महामारी से हालात चिंताजनक जरूर हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। बचाव के साथ ही एक दूसरे का सहयोग करके इस महामारी से लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानवता के इस दुश्मन को समय रहते पहचानने की जरूरत हैं, वक्त पर सही इलाज मिले तो इसको आसानी से मात दी जा सकती है। इसलिए जरूरी है कि सरकार हर कोरोना मरीज को बिना देरी के बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करवाए। पीड़ित मरीज़ को दवाई, ऑक्सीजन और हॉस्पिटल उपलब्ध करवाना सरकार की जिम्मेदारी है। समय पर इलाज न मिलने, ऑक्सीजन, दवाइयों के अभाव में एक भी मरीज की जान जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। संक्रमण की तेज़ रफ्तार को देखते हुए सरकार को अपनी व्यवस्थाओं को युद्ध स्तर पर चुस्त-दुरुस्त करने की जरूरत है।

उन्होंने प्रदेश भर में अस्पताल के बेड, ऑक्सीजन, जरूरी दवाइयों आदि की किल्लत झेल रहे आम लोगों की परेशानियों पर गहरा असंतोष जताते हुए कहा कि अस्पतालों में बेड, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, दवाओं की भारी कमी की ख़बरें चारों तरफ से आ रही हैं। हालात इतने चिंताजनक हैं कि गंभीर हालत में मरीज को अगर ऑक्सीजन, रेमडेसिविर चाहिए तो कई गुना अधिक कीमत चुकाने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसके चलते कई जगहों से गंभीर मरीजों की जान जोखिम में पड़ने की भी बातें सामने आई हैं। सरकार इस मुनाफाखोरी और कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगाए। उन्होंने कहा कि कई अस्पतालों में मरीजों के परिजनों को खुद ऑक्सीजन का इंतजाम करने को कहा जा रहा है। कई जगह तो अस्पताल ऑक्सीजन न होने की बात कहकर मरीज को भर्ती तक नहीं कर रहे । हमारा सरकार से आग्रह है इस ओर विशेष ध्यान दिया जाए ।
*

error: Content is protected !!