कोरोना में बंदियों को संबल देने के लिए हरियाणा की चार जेलों में आज आया रेडियो

19 में से 7 जेलों में रेडियो शुरू, राज्य में जेल रेडियो का दूसरा चरण पूरा,
47 बंदी बन चुके हैं रेडियो जॉकी
रेडियो बंदियों के लिए बड़ा आसरा

हरियाणा के अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव (गृह और स्वास्थ्य) ने आज कहा कि जेलों में रेडियो की मौजूदगी से जेलों पर सकारात्मक असर पड़ा है। यह बात आज उन्होंने हरियाणा की चार जेलों के रेडियो के ऑनलाइन उद्घाटन के अवसर पर कही।

कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में बंदियों को मानसिक संबल देने के लिए हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। हरियाणा की जेलों ने एक नया कीर्तिमान बनाते हुए चार जेलों के लिए रेडियो लाने का काम पूरा कर लिया है। यह जेलें हैं – जिला जेल करनाल, रोहतक, गुरुग्राम और केंद्रीय जेल (प्रथम) हिसार। इन चारों जेल रेडियो का उद्घाटन आज श्री राजीव अरोड़ा आइएएस, अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव (गृह और स्वास्थ्य) और श्री के सेल्वराज आइपीएस (रिटायर्ड) जेल महानिदेशक, हरियाणा ने किया। इस दौरान वर्चुअल मीडिया पर तीन सेशन जज श्री जगदीप जैन (करनाल), श्री ए एस नारंग (रोहतक) और श्री अरुण कुमार सिंघल (हिसार) भी मौजूद रहे। इन सभी ने जेल रेडियो को कोरोना के समय में बंदियों के लिए उपयोगी बताया। श्री के. सेलवराज ने कहा कि तीन जेलों में रेडियो के आने बदलाव दिखने लगे हैं। बंदियों का तनाव बहुत घटा है। जेल रेडियों के दो चरणों में हरियाणा से 47 बंदियों को रेडियो जॉकी की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इनमें दो डॉक्टर, 10 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं। हरियाणा की जेलों में रेडियो लाने की संकल्पना, बंदियों के चयन, ट्रेनिंग और कार्यक्रमों की तैयारी का काम तिनका तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा ने किया है।

हरियाणा की कुल 19 जेलों में से 3 जेलों में रेडियो पहले ही लाया जा चुका है। इसी साल जनवरी- फरवरी के महीनों में पानीपत , फरीदाबाद , अंबाला की सेंट्रल जेल में रेडियो का उद्घाटन हुआ था। हरियाणा के पहले जेल रेडियो का उद्घाटन श्री रणजीत सिंह (जेल मंत्री), श्री राजीव अरोड़ा आईएएस, अतिरिक्‍त मुख्‍य सचिव (गृह और जेल) और श्री के सेल्वराज, आईपीएस (रिटायर्ड) , जेल महानिदेशक, हरियाणा ने किया था। दूसरे चरण में जिला जेल रोहतक, करनाल, गुरुग्राम औऱ केंद्रीय जेल (प्रथम) हिसार का चयन हुआ था।

आज के कार्यक्रम में चारों जेलों के अधीक्षक , श्री सुनील सांगवान, श्री हरिंदर सिंह, श्री दीपक शर्मा और श्री अमित भादू के अलावा कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। धन्यवाद ज्ञापन करनाल जेल की उप- अधीक्षक सुश्री शैलाक्षी भारद्वाज ने दिया। कई बंदियों को अपनी बैरक में कार्यक्रम सुनने का मौका मिला।

अब हरियाणा जेल विभाग तीसरे चरण में पांच अन्य जिला जेलों के लिए रेडियो लाने की तैयारी कर चुका है। इसमें शामिल जेलें हैं- जिला जेल सिरसा, झज्जर, सोनीपत, जींद औऱ यमुनानगर। इन सभी जेलों के लिए ऑडिशन का काम हो चुका है।

तिनका तिनका फाउंडेशन ने इसी सप्ताह तिनका प्रिजन रिसर्च सेल की घोषणा की है जिसके तहत हरियाणा की जेलों के चार बंदियों को जेल रेडियो के शोध से जोड़ा गया है। तिनका मॉडल ऑफ प्रिजन रिफॉर्म जेलों में बंदियों की संचार की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रयोग कर रहा है। वर्तिका नन्दा दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख हैं।

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