पटौदी में 5 दिनों में 9 कोरोना संक्रमितों की मौत, अस्पताल में लाइफ स्पॉट सिस्टम की सुविधा तक नही : सुनीता वर्मा

स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय विधायक सामान्य अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर जनता को कर रहे हैं गुमराह
आउट सोर्सिंग से भर्ती चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वेतन तक नही, कराया जाता था पेशेंटों के इलाज का काम

पटौदी 29/4/2021 : ‘पटौदी सामान्य अस्पताल में तैनात एसएमओ नीरू यादव व स्थानीय विधायक जरावता कोविड पेशेंट को मिलने वाली सुविधाओं के नाम पर जनता को गुमराह कर रहे हैं, जबकि सच ये है कि आपात स्थिति से निपटने को वहां ना ही कोई सुविधा है और न ही इस स्थिति से निपटने को कोई एमडी डॉक्टर’ उक्त आरोप महिला कॉन्ग्रेस प्रदेश महासचिव सुनीता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में लगाये। उन्होंने कहा कि अगर पटौदी सामान्य अस्पताल की स्थिति बयां करें तो इससे भयानक वहां के हालात और क्या होंगें की यहां कोरोना मरीजों के लिए न कोई वेंटिलेटर है और न ही कोई आईसीयू की सुविधा हैं। आज जहां इस क्षेत्र से बड़ी संख्या में कोरोना के केस सामने आ रहे हैं वहां केवल 25 बेड़ों के लिए आक्सीजन की व्यवस्था ऊंट के मुंह मे जीरा के समान है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और विधायक पर झूठी वाहवाही लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो बैठक करते हैं और कहते हैं कि ‘सब चंगा सी’

कॉन्ग्रेस नेत्री ने कहा कि ये जनप्रतिनिधि व स्वास्थ्य अधिकारी सामान्य अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने की बजाए जनता को ही अंधेरे में रखे हुए हैं। जबकि यहां इस महामारी की गम्भीरता की बात करें तो इस क्षेत्र में गत पांच दिनों में ही 9 कोरोना पेशेंट दम तोड़ चूके हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में कोई लाइफ स्पॉट सिस्टम तक भी नही है।

वर्मा ने कहा कि इस डरावनी स्थिति को देखते हुए उस भयानक मंजर का अभी से आकलन किया जा सकता है जिससे कभी भी स्थानीय लोग दो चार हो सकते हैं, सुविधाओं के अभाव में इस महामारी में गम्भीर मरीजों का इलाज कहाँ से हो पायेगा।

महिला कॉन्ग्रेस की प्रदेश महासचिव वर्मा ने कहा कि इसी अस्पताल में आउट सोर्सिंग के तहत लगे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वेतन तक नही मिला है जिसके कारण उन्हें मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ी थी, यहां तक कि इन आंदोलनकारी कर्मचारियों ने अपने अधिकारियों पर यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें वो काम कराया जाता है जिसके लिए वो न ही तो योग्य हैं और न ही प्रशिक्षित। इन बातों से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि खुद सीएम खट्टर को भी ये लोग अंधेरे में रखे हुए हैं।

वर्मा ने कहा कि अभी चंद दिनों पहले यहां सुविधाओं की कमियों का हवाला देकर कोरोना टेस्ट भी नही किये जा रहे थे। कॉन्ग्रेस नेत्री ने स्थानीय विधायक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वो जनता को झूठे जुमले देने की बजाए, जनता की फिक्र करते हुए धरातल पर काम करे और विधायक जी राजनीति करने की बजाए उन्हें सुविधाएं मुहैया कराएं।

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