चंडीगढ़, 20 अप्रैल-  हरियाणा के वित्त आयुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि हरियाणा में कोविड संक्रमण को लेकर स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में है और अभी तक लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है।         

 ये बात उन्होंने आज विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से फरीदाबाद जिले में कोविड-19 संक्रमण से संबंधित जिले की व्यवस्थाओं का जायजा और जिला अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कही। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा पिछले दिनों कोविड की स्थिति के तहत निगरानी हेतु हर जिले में वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।         

 श्री कौशल ने जिले की व्यवस्थाओं का जायजा और आवश्यक दिशा निर्देश जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चंडीगढ़ से दिए, जबकि फरीदाबाद में उपायुक्त गरिमा मित्तल सहित अन्य जिला के वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़े।         

 इस दौरान श्री संजीव कौशल ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में 30 प्रतिशत बेड की सुविधा निजी और सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के लिए होनी चाहिए और इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसी प्रकार, आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को भी अच्छी प्रकार से समझाना चाहिए कि आइसोलेशन में किस प्रकार से वह अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें क्योंकि 60 से 70 प्रतिशत ऐसे आइसोलेशन के मरीजों को अस्पतालों की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अलावा, कोविड-19 मरीजों को टेलीमेडिसिन के साथ-साथ अन्य उपचार के माध्यम को भी अपनाते हुए समझाना चाहिए।         

 श्री कौशल ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला में कोविड मरीजों की सुविधा के लिए कॉल सेंटर या मोबाइल ऐप को विकसित किया जाना चाहिए ताकि हर अपडेट को कोविड मरीज व आम जनता देख सकें तथा साथ ही संबंधित उपायुक्त व सीएमओ इस ऐप के माध्यम से मॉनिटरिंग कर सकें। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री कौशल ने बताया कि क्रिटिकल मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा साथ ही सीएमओ को यह शक्तियां भी प्रदान करें कि यदि डॉक्टर या पैरामेडिक्स की कमी होती है तो वह डॉक्टरों और पैरामेडिकल को भी कोविड-19 मरीजों की देखभाल के लिए व्यवस्था कर सकें।         

 उन्होंने बताया कि हरियाणा में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है लेकिन फरीदाबाद के जिलाधिकारियों को ऑक्सीजन की नियमित निगरानी रखनी होगी ताकि किसी भी प्रकार से किसी भी मरीज को दिक्कत का सामना ना करना पड़े। इसके अतिरिक्त, श्री कौशल ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 टेस्टिंग तथा देखभाल में लगे डॉक्टरों को, चाहे वे प्राइवेट या सरकारी अस्पतालों में कार्यरत है, कोई भी कोविड सिम्पटम्स वाले व्यक्ति का कोविड टेस्ट अवश्य करना चाहिए।         

 उन्होंने रेडमीसीवर दवाई की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए जिला अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि इस दवाई की कालाबाजारी को हर हालत में रोका जाए और लगातार निगरानी बनाए रखी जाये।  इसके अलावा, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगातार स्वच्छता अभियान चलाया जाएं और सैनिटाइजेशन की जाए। साथ ही साथ कर्फ्यू और लॉकडाउन की उल्लंघना  न  हो पाए, इस पर निगरानी अधिकारियों को रखनी होगी।

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