भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव सोमवार देर शाम अपने कैंप आफिस में लोगों की बिजली, पानी व अन्य मूलभूत सुविधाओं से जुड़े समस्याएं सुन रहे थे। इसी दौरान नारनौल शहर का एक पीड़ित व्यक्ति पहुंचा और मंत्री से कहा कि बिजली निगम ने उसके पास गलती से 1 लाख 70 हजार राशि का बिजली बिल भेज दिया है। इस बिल को ठीक करवाने के लिए वह जेई से लेकर उच्च अधिकारियों तक मिल चुका है, समाधान नहीं हो पाया है। उपभोक्ता के इस दर्द को समझते हुए मंत्री ने बिजली निगम के शहरी एसडीओ से मोबाइल पर बात की। एसडीओ की बात सुनकर मंत्री संतुष्ट नहीं हुए और गुस्सा आ गया। मंत्री ने एसडीओ से कहा कि वह बिजली निगम के उच्च अधिकारियों और बिजली मंत्री से इस विषय में बातचीत करेंगे। किसी उपभोक्ता का बिल गलत भेज दिया है तो उसे बिजली निगम ही ठीक करेगा। इसमें उपभोक्ताओं को चक्कर कटवाने का क्या मतलब। बेवजह लोगों को परेशान करने की बजाय उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए। मुख्यमंत्री दिन रात एक करके प्रदेश की हर आमजन जनता की समस्या को दूर करने में लगे है, जबकि इस तरह के अधिकारी सरकार की क्षति खराब करने में लगे है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। जनता तक सुविधाएं पहुंचाने में सरकार के बीच की कड़ी अधिकारी है। सरकार की योजनाओं को अमलीजामा पहनाना अधिकारी-कर्मचारी वर्ग का कार्य है। वह इसे भली भांति करें तो समस्या शून्य हो जाएगा। मंत्री ने इन बातों को सुनने के बाद एसडीओ ने उपभोक्ता की समस्या के समाधान में देरी होने पर सॉरी फील किया और पीड़ित उपभोक्त का बिल ठीक करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर चेयरमैन सुरेशसिंह, चेयरमैन रोहताश भी मौजूद थे। Post navigation अंधविश्वास और अवैज्ञानिकता फैलाने वालों की भगवा मण्डली में कोई कमी नहीं पाठकों के लिये रामनवमी पर विशेष