भारत में कहीं से भी प्लाज्मा लेने के लिए आप https://dhoondh.com वेबसाइट पर विजिट  करें

भारत सारथी टीम

रेमडेसिवीर का पेटेंट अमेरिका की कंपनी गिलिएड साइंसेस के पास है। उसने चार भारतीय कंपनियों से इस दवा को बनाने का एग्रीमेंट किया है। इन चार कंपनियां में सिप्ला, हेटेरो लैब्स, जुबलिएंट लाइफसाइंसेस और मिलान का नाम शामिल है। ये कंपनी बहुत बड़े पैमाने पर रेमडेसिवीर का प्रोडक्शन करती हैं और दुनिया के तकरीबन 126 देशों में इसे एक्सपोर्ट भी करती हैं।

इन चार कंपनियों ने अपने नंबर जारी किए हैं, जिसपर कॉल कर आप दवा का ऑर्डर दे सकते हैं। आप Cipla को 8657311088 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा Hetero को 040-40473535 पर, Jubiliant को 9819857718 पर और Mylan को 7829980066 पर कॉल कर सकते हैं।

बताते चलें कि रेमडेसिवीर (Remdesivir) ड्रग्स का इस्तेमाल पहले हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C) के इलाज में होता था। ये ड्रग उस वक्त ज्यादा सुर्खियों में आया जब 2014 में इबोला नाम का वायरस अफ्रीकी देशों में महामारी फैल गया। उस वक्त इलाज के लिए रेमडेसिवीर का इस्तेमाल किया गया क्योंकि ये एक सबसे ज्यादा असरदार एंटीवायरल दवा है।

चेस्ट स्पेशलिस्ट चिकित्सक से बात हो रही थी जिसने सैकड़ों कोविड मरीजों का इलाज किया है । उससे पूछा कि तुम्हे कौन सी दवा कोविड में सबसे इफेक्टिव लगी , ivermectin , azithromycin , या रेमदेसवीर आदि ? उसका जवाब था – alprazolam अर्थात घबराहट की दवा । उसके अनुभव में मरीज और परिजनों की घबराहट समस्या की मूल वजह है । लोग बिना डाक्टर के परामर्श के सीटी स्कैन करवा रहे फिर उसमें 5-10 परसेंट फाइंडिंग दिखने पे भी , तुरंत भर्ती के लिए और रेमदेसवीर के लिए जुगाड़ लगा रहे , भले ही ऑक्सीजन लेवल और अन्य पैमानों में कोई कमी ना हो । इसके चलते अस्पतालों और हेल्थ स्टाफ पे दवाब बढ़ता है , अतः पैनिक ना करें , अपने नजदीकी चिकित्सक से सलाह लेकर ही  इलाज और जांच कराना तय करें।

वहीं, पूरे भारत में कहीं से भी प्लाज्मा लेने के लिए आप https://dhoondh.com वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। यहां सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद प्लाज्मा स्टेटस चेक होगा। अगर आपके एरिया में प्लाज्मा होगा तो वो आपको मिल जाएगा।
इसके अलावा आप एक साइट http://plasmadonor.in/ और https://plasmaline.in/ पर भी विजिट करके प्लाज्मा लेने का ट्राई कर सकते हैं । ये साइट दिल्ली के आसपास 12 शहरों में सर्विस प्रोवाइड कराती है।

वहीं, अगर आप हाल ही में कोरोना से ठीक हुए हैं तो आपके शरीर में कोरोना से लड़ने वाला प्लाज्मा बन गया होगा । इससे दूसरे कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सकता है। प्लाज्मा डोनेट करने के लिए आप http://needplasma.in/ वेबसाइट और https://plasmaline.in/ साइट पर भी जाकर प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं।

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