चौधरी देवी लाल के पदचिह्नों पर चलते हुए आज अभय सिंह चौटाला ने बगैर किसी स्वार्थ के किसान हित में अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और किसान आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं. भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा किसानों के लिए घडिय़ाली आसूं बहा रहे हैं जबकी सच्चाई यह है कि ये कृषि कानून हुड्डा की ही देन हैं, आज भी यह रिकार्ड में दर्ज है कि दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में इन्ही कृषि कानूनों के पक्ष में अपनी सहमति जताई थी बहादुरगढ़, 16 अप्रैल: इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी शुक्रवार को टीकरी बार्डर पर आंदोलनरत किसानों के बीच पहुंचे और वहां किसानों का हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि इनेलो चौधरी देवी लाल की बनाई हुई पार्टी है जिन्होंने अपना सारा जीवन किसानों और कमेरों के उत्थान के लिए लगा दिया था। उन्हीं के पद्चिह्नों पर चलते हुए आज इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने बगैर किसी स्वार्थ के किसान हित में अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और किसान आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी पौने चार साल का समय सरकार का बाकी है लेकिन अभय सिंह चौटाला के अलावा आज कोई भी ऐसा राजनेता नहीं है जो किसानों की आवाज को बुलंद करने के लिए अपना इस्तीफा दे दे। आंदोलन कर रहे किसानों के लिए सरकार द्वारा साफ-सफाई, बिजली और शौचालय की सुविधाओं को हटा लेने पर उन्होंने कहा कि नगर निगम में कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन है। नगर निगम की चेयरपर्सन कांग्रेसी हैं जिसको दीपेंद्र हुड्डा स्वयं बनाकर गए थे, उसे भाजपा का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। भाजपा के कहने पर ही कांग्रेस की चेयरपर्सन ने किसानों को दी जाने वाली सारी सुविधाएं हटा ली हैं। भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा किसानों के लिए घडिय़ाली आसूं बहा रहे हैं जबकी सच्चाई यह है कि ये कृषि कानून हुड्डा की ही देन है। 2012 में केंद्र में यूपीए की सरकार थी और भूपेंद्र हुड्डा प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इन कृषि कानूनोंं को लेकर देश के पांच मुख्यमंत्रियों की कमेटी बनाई गई थी जिसके अध्यक्ष भूपेंद्र हुड्डा थे और कृषि कानूनों के पक्ष में सहमति जताते हुए हस्ताक्षर किए थे। वहीं आज भी यह रिकार्ड में दर्ज है कि दीपेंद्र हुड्डा ने लोकसभा में इन्ही कानूनों के पक्ष में अपनी सहमति जताई थी। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक सिक्के के दो पहलू हैं और दोनों को ही किसानों के हितों से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने किसानों से रूबरू होते हुए कहा कि इस बुरे दौर में जो तुम्हारे साथ है वो ही सच्चा किसान हितैषी है। हमारे लिए पहले किसानी है फिर राजनीति है यही कारण है कि आज अभय सिंह चौटाला ने किसानों की मदद के लिए जहां वाटर कूलर, टैंट, पंखे आदि का प्रबंध किया है वहीं 50-50 बैड के दो निशुल्क अस्पताल सिंघु बार्डर और टीकरी बार्डर पर दिए हैं। वहीं कांग्रेस के नेताओं ने अभी तक किसानों के लिए क्या किया है उनकी भी पोल खुल चुकी है इसलिए किसान हर जगह भाजपा के साथ-साथ कांग्रेसियों का भी विरोध कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने ऑपरेशन क्लीन के नाम पर एक सर्वे करवाया है। अगर सरकार इस तरह का गलत काम करेगी तो किसान बर्दाश्त नहीं करेगा। इनेलो का एक-एक कार्यकर्ता तन-मन-धन से किसानों के साथ खड़ा है। किसानों के ऊपर सरकार जुल्म और ज्यादतियां ना करे नहीं तो किसान न तो पीछे हटेगा और न ही मरने से डरेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार को अपनी जिद्द छोड़ कर किसानों को बुलाकर उनकी मांगों को मान लेना चाहिए। Post navigation सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बाबासाहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर दी श्रद्धांजलि कोरोना की चपेट में आए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव