गुरूग्राम, 16 अपै्रल। गुरूग्राम के उपायुक्त डा.यश गर्ग ने आज जिला विकास एवं पंचायत कार्यालय के माध्यम से करवाए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान स्वामित्व योजना के अंतर्गत बताया गया कि जिला के 142 गांवों में लाल डोरा के भीतर स्थित संपत्तियों की निशानदेही करवाकर चूना से मार्किंग का कार्य पूरा किया जा चुका है। उपायुक्त ने आज जिला विकास एवं पंचायत कार्यालय के माध्यम से करवाए जाने वाले डी प्लान , परिवार पहचान पत्र , न्यायालयों में लंबित मामलों , स्वामित्व योजना , प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, मुख्यमंत्री की घोषणाओं , शिवधाम नवीकरण योजना , मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, गोबरधन प्रोजेक्ट , सीएम विंडो आदि की समीक्षा की। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार भी बैठक में उपस्थित रहे। स्वामित्व योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिला के 142 गांवो में लाल डोरा में स्थित संपतियों की निशानदेही हो चुकी है। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सारवान ने बताया कि इनमें से 130 गांवों में ड्रोन से सर्वे का कार्य पूरा किया जा चुका है। जिला के 33 गांवों में निशानदेही और सर्वे आदि के बाद नक्शे तैयार करके डेटा सर्वे आॅफ इंडिया के कार्यालय में जमा भी करवाया जा चुका है जिनमें से 11 गांवों के नक्शे फाइनल होकर सर्वे आॅफ इंडिया को वापिस भी मिल चुके हैं और इन 11 गांवो के लोगों की 469 रजिस्ट्रियां भी करवाई जा चुकी हैं। प्रधानमंत्री कृृषि सिंचाई योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिला के 70 गांवो को इस योजना के तहत कवर किया जा चुका है। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेन्द्र सारवान ने बताया कि योजना के तहत फरूखनगर और सोहना ब्लाॅक के 32 गांवो की लगभग 10 हजार 921 हैक्टेयर भूमि का संरक्षण किया गया है।इसके अलावा जिला के 38 अन्य गांवो में 3 वाटर शैड प्रोजेक्ट चालू किए गए हैं। यही नही, जिला के 54 राजकीय विद्यालयों में रूफ टाॅप रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला के गांव पालड़ी और सिवाड़ी में खारा पानी था और वहां के निवासी हर महीने लगभग 90 हजार रूप्ये की राशि खर्च करके पेयजल खरीदते थे। वाटरशैड परियोजनाओं के अंतर्गत वहां 2 तालाब बनाए गए जिससे भूमिगत जल का स्वरूप बदल गया और अब ग्रामीणों को पीने के लिए पानी खरीदना नही पड़ता। शिवधाम नवीकरण योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिला के 166 गांवो में 324 शिवधाम बनने थे जिनमें से 131 पूरे हो चुके हैं। इस योजना के तहत गांव श्मशान घाट की चार दिवारी , उसमें शैड , वहां तक जाने के लिए पक्का रास्ता तथा वहां पर पानी की व्यवस्था की जानी थी। उपायुक्त डा. गर्ग ने कहा कि इस योजना के महत्व को समझते हुए बचे हुए कार्यो को भी जल्द पूरा करें। बैठक में मनरेगा की समीक्षा के दौरान बताया गया कि इस वर्ष जिला में 1 लाख 49 हजार मानव दिवस के लक्ष्य के विरूद्ध 1 लाख 41 हजार मानव दिवस हो पाए। योजना के तहत इस वर्ष 7.83 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिला के 8 गांवों के क्लस्टर बनाकर उनमें सीएसआर के तहत डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने का कार्य शुरू किया गया था। अब यह कार्य गांव घोषगढ़ में चल रहा है, बाकि गांवों के ग्रामीणों द्वारा सहयोग नही दिए जाने के कारण उन गांवो में यह कार्य बंद हो गया है। यह भी बताया गया कि प्लास्टिक वैस्ट एकत्रित करके लोक निर्माण विभाग को देने की मुहिम भी ग्रामीण क्षेत्र में चलाई गई जिसके लिए श्रमदान से प्लास्टिक इक्ट्ठा किया जाता है। इसके लिए गांव में स्वच्छ भारत कोर्डिनेटर भी नियुक्त हैं। बताया गया कि इस प्लास्टिक का उपयोग सड़क बनाने में किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्र से 5 टन प्लास्टिक भिजवाया गया। इसके अलावा, यह भी बताया गया कि सामुदायिक शौचालय बनाने के लिए 20 ग्राम पंचायतों को फंड अलाॅट किए गए हैं। मुख्यमंत्री की घोषणाओं के विषय में बताया गया कि विकास एवं पंचायत विभाग से संबंधित 49 घोषणाएं थी जिनमें से 19 पूरी हो चुकी हैं और 29 पर कार्य प्रगति पर है। सीएम विंडो के माध्यम से मिलने वाली शिकायतों के बारे में बताया गया कि विभाग से संबंधित 2658 शिकायतें अब तक प्राप्त हुई हैं जिनमें से 2449 का निपटारा किया जा चुका है। डी प्लान के विषय में उपायुक्त डा. गर्ग ने सभी नगरपालिकाओं को निर्देश दिए हैं िकवे इस प्लान के तहत अगले 3 महीने में सभी विकास कार्य पूरे करवाएं। Post navigation गुरुग्राम ब्रेकिंग…30 अप्रैल तक जिला अदालत में विवादों की सुनवाई स्थागित। सिंघु बॉर्डर पर किसानों के टैंटों में आग किसान आंदोलन को तोड़ने का है षड्यंत्र-चौधरी संतोख सिंह।