चंडीगढ़, 14 अप्रैल – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि  संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने देश की एकता को बनाए रखने के लिए उस समय धारा 370 का विरोध किया था, उसको वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हटाकर उनका सपना साकार कर सही मायने में सच्ची श्रद्धांजलि देने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा विधानसभा परिसर में बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की 130वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का मानना था कि शिक्षा के माध्यम से पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब मानते थे कि अगर किसी व्यक्ति के पास 2 रुपये हैं तो उसे 1 रुपया अपने खाने-पीने और 1 रुपया शिक्षा पर खर्च करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने एक विधि विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ-साथ दिल्ली के जाने-माने रामजस कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के सदस्य के रूप में कार्य कर लोगों को शिक्षा का संदेश दिया। उन्होंने संविधान में मौलिक अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र में लोकसभा व विधानसभा जैसे परिसरों में बाबा साहेब की जयंती पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से हम उन्हें सच्ची श्रद्धंजलि दे सकते हैं और यही ऐसे मंच हैं जो संविधान की परिभाषा को सही मायने में चरितार्थ करते हैं।

श्री मनोहर लाल ने विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता को आज का कार्यक्रम विधानसभा परिसर में आयोजित करवाने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि हर वर्ष 14 अप्रैल को डॉ. बी. आर. अम्बेडकर जयंती पर विधानसभा में इस प्रकार का कार्यक्रम आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी वर्ष बजट सत्र के दौरान 5 मार्च, 2021 को बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण भी हरियाणा विधानसभा परिसर में किया गया था। इस पहल के लिए भी श्री ज्ञान चंद गुप्ता बधाई के पात्र हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब की शिक्षा के प्रति सोच इस बात का प्रमाण है कि उस जमाने में भी उनके निजी पुस्तकालय में 50 हजार से अधिक पुस्तकें उपलब्ध थी, जो शायद ही किसी पुस्तकालय में होंगी। शिक्षा के माध्यम से सामाजिक समरसता का संदेश उन्होंने समाज को दिया था, जिस पर हमें आगे बढऩा चाहिए। वर्ष 1990 में भारत सरकार ने डॉ. बी. आर. अम्बेडकर को भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुषों की जयंतियां हरियाणा सरकार ने सरकारी तौर पर मनाने की पहल ही है और युवा पीढ़ी को उनकी शिक्षाओं व जीवनी से संदेश लेने का आह्वान किया है।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता ने अपने संबोधन में प्रदेश के लोगों को बाबा साहेब की जयंती पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि  विधानसभा परिसर में बजट सत्र के दौरान 5 मार्च को लगाई गई डॉ. बी. आर. अम्बेडकर की प्रतिमा के बाद यह पहला अवसर है कि बाबा साहेब की जयंती को विधानसभा परिसर में मनाया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का भी कार्यक्रम में पहुंचने के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की अंत्योदय की भावना से समाज के कमजोर से कमजोर व्यक्ति के विकास की परिकल्पना को साकार करने की पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की है।

प्रदेश के लोगों को बैशाखी, हिन्दू नव वर्ष तथा चैत्र नवरात्र की बधाई देते हुए श्री ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि बाबा साहेब के सपनों को साकार करना हम सबका कर्तव्य है। विधानसभा परिसर में उनकी प्रतिमा स्थापित करना और आज उनकी 130वीं जयंती पर यह कार्यक्रम आयोजित करवाकर उनको याद करने की एक नई शुरुआत की गई है। इसके लिए हरियाणा विधानसभा के अधिकारी व कर्मचारी भी बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर सार्वजनिक लेखा कमेटी के अध्यक्ष एवं विधायक श्री हरविंद्र सिंह कल्याण, विधायक श्री मामन खान, श्रीमती बंतो कटारिया, पंचकूला नगर पार्षद श्री हरेंद्र मलिक, भाजपा नेता श्री कृष्ण ढुल, श्री विरेंद्र राणा, श्री श्यामलाल बंसल सहित कईं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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