– बीजेपी सांसद ने अधिकारियों पर उठाया प्रश्नचिह्न-MSP से ज़्यादा भाव पर बिक रही सरसोंकिसानों को मंडी से बाहर सरसों के मिल रहे महँगे दाम—कुछ अधिकारी किसानों को बाहर नहीं बेचने देते सरसों-ऐसे अधिकारियों की शिकायत लेकर सीएम से मिलूँगा -केन्द्र ने तीन कृषि क़ानून इसलिए ही लागू किये थेकिसानों को महँगे दाम मिलेंगे तभी उनकी आय दोगुणा होगी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल । भिवानी महेन्द्रगढ लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने लोकसभा क्षेत्र में फ़सलों की ख़रीद में गड़बड़ को लेकर व किसानों का पक्ष लेते हुए सवाल उठाए हैं। गौरतलब है कि तीन दिन पहले किसानों की तरफ से सांसद को सरसों की खरीद मामले में अधिकारीयों द्वारा तंग करने मामला संज्ञान में आया । तीन दिन से यह मामला गरमाया हुआ है। सांसद ने 9 अप्रैल को इस मामले को संज्ञान में लेते हुए किसानों को आश्वाशन दिया की वे उनकी इस समस्या को प्रदेश सरकार के समक्ष रखेंगे। किसानों द्वारा मिली शिकायतों के मुताबिक बोलते हुए सांसद ने कहा कि सरसों कटने से पहले मार्केट में व्यापारी 6500 रुपये में बोली लगा रहे थे, परंतु जैसे ही सरसों काटने का समय बीतता गया और मार्केटिंग बोर्ड व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने व्यापारियों को पकड़ना व धमकाना शुरू किया तो जो रेट मार्केट में थे वे रेट डाउन हो गए, यदि अधिकारी किसानों को तंग नहीं करते तो किसानों को सरसों की खरीद में 1200 रुपए अधिक मिलते। सांसद धर्मवीर सिंह ने कहा कि 9 अप्रैल को ही उन्होंने इस समस्या को संज्ञान में लिया था और उनको जो भी शिकायतें मिली हैं उन्होंने 9 अप्रैल को किसानों की समस्या को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने के लिए अपना शिकायत पत्र तैयार किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों की समस्या को हल किया जाएगा। सांसद ने कहा कि भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में उन्हें किसानों की तरफ से काफी शिकायतें मिल रही है कि जब वे मंडी से बाहर एमएसपी रेट से ज्यादा भाव में अपनी सरसों की फसल बेचने जाते हैं तो उन्हें अधिकारियों के द्वारा तंग किया जाता है । इस प्रकार की किसानों के द्वारा मिली शिकायतों के मुताबिक भिवानी लोकसभा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इस बात को लेकर वे हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मुलाकात करेंगे और यह समस्या जो किसानों की तरफ से आई है उसे मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे, ताकि किसानों को सरसों की फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ सके और उन्हें अधिकारी तंग ना करें । उन्होंने कहा कि भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र में सरसों, गेहूं और चने की अधिक फसल होती है और जिसके चलते किसान अब अपनी सरसों की फसल को लेकर मंडियों में पहुंच रहे हैं । किसानों को एमएसपी से अधिक भाव मिल रहे हैं । जिसके चलते हुए वे अपनी सरसो को एमएसपी के भाव से अधिक भाव में बेच रहे हैं। जिससे किसानों को लाभ मिल रहा है ,लेकिन कुछ अधिकारी जो किसानों को एमएसपी से अधिक भाव में नहीं बेचने दे रहे और उन्हें रोकने का प्रयास करते हैं । इस प्रकार की शिकायतों को लेकर वे जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात कर इस समस्या का निदान करवाएंगे ,ताकि किसानों को इस प्रकार की उलझनों का सामना न करना पड़े। सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने किसानों के पक्ष में फ़सलों के ख़रीद सिस्टम पर बोलते हुए कहा कि किसानों को अधिकारी तंग न करें। जब उन्हें एमएसपी से अधिक भाव कहीं दूसरी जगह मिल रहे हैं तो फिर अधिकारियों को इस बात का एतराज क्यों है। किसान अपनी फसल को कही पर भी बेचे। सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने तीन कृषि क़ानून किसानों की आय बढ़ने के लिए बनाए हैं और किसानों को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आज़ादी दी है, लेकिन उन्हें शिकायत मिली है जब किसान अपनी सरसों मंडी से बाहर बेचते हैं तो अधिकारी किसानों को रोकते है। सांसद ने कहा कि इस बार सरसों हरियाणा में एमएसपी से ज़्यादा रेट पर बिक रही है। ऐसे में किसान को मंडी से बाहर एमएसपी से ज़्यादा दाम मिलते हैं तो उन्हें सरसों बेचने से रोका ना जाए। क्योंकि किसान को दाम ज़्यादा मिलेंगे तभी उसकी आय दोगुणा होगी। सांसद ने कहा है कि ऐसे अधिकारियों की शिकायत लेकर वो सीएम मनोहरलाल से भी जल्द मिलने जा रहे हैं और सीएम को इस मामले में लिखित में भी अवगत करवा रहे हैं,ताकि किसान किसी प्रकार से गुमराह न हो और वह अपने अनाज को अच्छे भाव मे बेच सके। गौरतलब है की सांसद धर्मवीर सिंह ने केवल 9 अप्रैल को ही किसानों के इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया बल्कि इससे पूर्व बाजरे की खरीद हुई थी उस दौरान भी भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए आवाज उठाई थी कि मंडियों में दूसरे राज्यों का बाजरा आ रहा है। जिसके चलते किसानों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, सांसद की बात को प्रदेश सरकार ने महत्व दिया और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के जिलों में चंडीगढ़ से स्पेशल टीम पहुंची और दूसरे राज्यों आ रहे बाजरे पर रोक लगी,लेकिन अब सांसद ने 9 अप्रैल को किसानों की इस बड़ी समस्या को संज्ञान में लेते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री से इस समस्या को हल करवाने की बात कही है, लेकिन अब देखना यह होगा कि किसानों की इस समस्या को सांसद धर्मवीर सिंह कहां तक हल करवा पाते हैं और मुख्यमंत्री किसानों की इस समस्या को कितना गंभीर लेते हैं यह तो आने वाले समय पर ही पता चल पाएगा, लेकिन फिलहाल लगातार तीन दिन से किसानों की यह समस्या एक बड़ी चर्चा बनी हुई है। सांसद की आवाज को कई संगठनों ने भी समर्थन दिया है। Post navigation तालाबंदी नहीं, ‘तालाज़ब्ती’ करें जिला बार एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई