चंडीगढ़ 9 अप्रैल – हरियाणा पुलिस राज्य में खूंखार अपराधियों पर नकेल कसते हुए पिछले कुछ दिनों के दौरान आपराधिक गैंग के प्रमुखों, मोस्टवांटेड अपराधियों और अन्य कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफल रही है। इस श्रृंखला में, पुलिस ने दो गैंगस्टर – मनोज मांगरिया और दीपक उर्फ दीपू – जिन पर क्रमशः 2 लाख और 5000 रुपये का नकद इनाम था, को आज गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में अपराध की स्थिति को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में गृह मंत्री श्री अनिल विज ने पुलिस विभाग को अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टोल्रंस अपनाते हुए कडी कार्रवाई के निर्देश दिये थे। संगठित अपराध से निपटने के लिए गठित एसटीएफ को और मजबूती देने को आश्वासन देते हुए, मंत्री ने पुलिस अधिकारियों को आपराधिक तत्वों के खिलाफ तत्काल कडी कार्रवाई कर उन्हें सलाखों में भेजने के आदेश दिये थे। उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों में कानून का भर होना चाहिए जबकि जनता का पुलिस पर विश्वास होना चाहिए। पकडे़ गए अपराधियों का विवरण देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि मनोज मांगरिया, जो आजीवन कारावास की सजा काट रहा था ने पैरोल जंप करके अपने अन्य सहयोगियों की मदद से वर्ष 2020 में मनोज भाटी हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस संबंध में अन्य सभी छह आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। कौशल गैंग से संबंधित गैंगस्टर दीपक, गुरुग्राम में दर्ज हत्या के मामले में वांछित था। वह मनीष की हत्या में महत्वपूर्ण साजिशकर्ता था। हाल ही में, पुलिस ने गैंगस्टर रामकरन बैयापुर को भी दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया था। उस पर 18 मार्च को सोनीपत कोर्ट परिसर में अजय उर्फ बिट्टू बरोना की गोली मारकर हत्या करने सहित उसके पिता को गांव बरोना में मारने की साजिश रचने का आरोप था। इस घटना के बाद रामकरन विदेश भागने की फिराक में था। इसी तरह के अन्य कार्रवाई में, पुलिस ने गैंगस्टर सुरेंद्र उर्फ चीकू को नारनौल के गांव मोहनपुर में रेड कर गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ गुरुग्राम, रेवाड़ी सहित राजस्थान में अलवर, झुंझुनू और जयपुर में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती और एनडीपीएस अधिनियम से संबंधित 22 मामले दर्ज हैं। इसके अतिरिक्त, अंबाला में कालका चैक पर हाल ही में दो व्यक्तियों पर ताबड़तौड़ फायरिंग के सिलसिले में पुलिस पंचकूला निवासी एक आरोपी को भी गिरफ्तार करने में कामयाब रही। शूटआउट का कारण लॉरेंस बिश्नोई और भूप्पी राणा गैंग के बीच गैंगवार था। कुख्यात बदमाश निशाने पर उन्होंने बताया कि टीमें राज्य भर में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। एसटीएफ ने राज्य में बदमाशों और खूंखार अपराधियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। हमने कई वांछित और खूंखार अपराधियों की पहचान की है जो हरियाणा और पड़ोसी राज्यों में अपनी आपराधिक गतिविधियों को फैला रहे हैं, जिन्हें जल्द ही पकड़ कर सलाखों में भेजा जाएगा। Post navigation मुख्यमंत्री मिले जाने-माने शूटर मनू भाकर और संजीव राजपूत से जेजेपी संगठन में विस्तार, हलका स्तर पर 43 पदाधिकारियों की नियुक्ति