किसान आंदोलन में किसानों की शहादत के चलते लिया फैसला. कहा- अड़ियल रुख छोड़े सरकार, जल्द माने किसानों की मांगे 24 मार्च, चंडीगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस बार होली नहीं मनाने का फैसला लिया है। हुड्डा का कहना है कि देश का अन्नदाता तकलीफ में है। 118 दिन से लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं। 300 से ज्यादा किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। ऐसे में किसी तरह का जश्न मनाना उचित नहीं है। उन्होंने एक बार फिर सरकार से आंदोलनकारियों की मांगें मानने की अपील की है। हुड्डा का कहना है कि सरकार को अपना अड़ियल रुख छोड़कर किसानों से बातचीत करनी चाहिए और संवेदनशील तरीके से उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता की आवाज सर्वोपरि होती है। सत्ता में बैठे लोगों को उसका सम्मान करना चाहिए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार आंदोलन को जितना लंबा खींचेगी, ये उतना विस्तार लेता जाएगा। आज सड़क से लेकर संसद, विधानसभा, गली, मोहल्ले, चौक, चौराहे और हर घर में किसान आंदोलन की चर्चा है। हर वर्ग किसानों के इस संघर्ष में उनके साथ खड़ा है। लेकिन इन सबके बीच किसानों के प्रति सरकार का रवैया बेहद निंदनीय है। सरकार का अड़ियल और संवेदनहीन रवैया किसानों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। Post navigation किसानों के मुद्दे पर आज संसद में फिर गरजे दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा में सार्वजनिक स्थानों पर होली मनाने पर पाबंदी : स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज