लोगों से झूठे वायदे कर भाजपा ने सत्ता हासिल की: अभय चौटालाइनेलो एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने सबसे पहले इन काले कानूनों और भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा किए गए घोटालों का खुलकर विरोध किया: अभय कुरुक्षेत्र, 23 मार्च: जिले के किसानों द्वारा किरमच गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व विधायक एवं इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला का जोरदार स्वागत और सम्मानित किया गया। किसानों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की आजादी में इस देश के अन्नदाताओं की बड़ी भूमिका रही थी। जहां अन्न उगाकर लोगों का पेट भरने का काम किया वहीं नौजवानों ने अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में फांसी पर चढक़र शहीदी दी थी जिस कारण से देश को आजादी मिली। उन्होंने कहा कि देश तो आजाद हो गया लेकिन जिस अन्नदाता ने देश को आजाद कराने में बड़ी भूमिका निभाई थी आज वही अन्नदाता पिछले लगभग चार महीनों से केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ लाए गए तीन काले कृषि कानूनों को वापिस करवाने के लिए आंदोलन करने पर मजबूर है। इनेलो नेता ने कहा कि इस देश के लोग कांग्रेस पार्टी से दुखी और परेशान थे। कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मामले में सारी हदें पार कर दी थी और लोग बदलाव चाहते थे। उस समय नरेंद्र मोदी ने देश के गरीब, पिछड़े और किसानों से वायदे किए थे कि जब भाजपा सत्ता में आएगी तो देश का नक्शा बदल देंगे। किसानों का कर्ज माफ करेंगे, स्वामीनाथन की रिपोर्ट लागू कर फसल की लागत पर 50 प्रतिशत लाभ किसानों को देंगे। कांग्रेस ने देश का जो धन लूटकर विदेशों में जमा किया था, वो कालाधन वापिस लेकर आएंगे और 15-15 लाख रुपए लोगों के खातों में जमा करवाएंगे। नौजवानों को हर वर्ष दो करोड़ नौकरी देंगे लेकिन किए गए वायदे पूरा करना तो दूर लोगों को बेरोजगारी और काले कृषि कानून दे दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश की भाजपा गठबंधन सरकार ने किसानों की फसल को एमएसपी पर नहीं खरीदा और फसल पर कैप लगाकर किसानों को अपनी फसल मंदे पर बेचने पर मजबूर किया। जहां किसानों को मंडियों में लूटा वहीं लॉकडाउन के तहत जहां पूरा देश अपने घरों में बंद था वहीं सरकार के आबकारी मंत्री ने माफियाओं से मिलकर शराब एवं जमीन की रजिस्ट्री में घोटाले कर जनता को लूटा। उन्होंने कहा कि इनेलो एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने सबसे पहले इन काले कानूनों और भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा किए गए घोटालों का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वो इस आंदोलन को शातिपूर्वक बनाकर रखें। दिल्ली बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के लिए गांव से जरूरत की चीजें इक_ा कर उन तक पहुंचाकर उन्हें ताकत दें ताकि काले कृषि कानूनों को वापिस करवाया जा सके। Post navigation संपत्ति क्षति वसूली कानून से होगा जनता के मौलिक अधिकारों का हनन, इसको वापिस ले सरकार- हुड्डा किसान आंदोलन : सीएम-डिप्टी सीएम के विरोध के बाद सांसद नायब सिंह सैनी पर फुटा गुस्सा